कनाडा में आज चुनाव हुए तो हार जाएंगे जस्टिन ट्रूडो, चौतरफा मुश्किलों में घिरे
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपने ही देश में चौतरफा मुश्किलों में घिरे हुए हैं. खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर आरोप लगाने वाले जस्टिन ट्रूडो अपने देश की जनता का ही विश्वास खो रहे हैं. उनकी लोकप्रियता गिर रही है. आलम यह है कि कनाडा में उन्हें चाहने वालों से ज्यादा न चाहने वालों की संख्या हो गई है. इस आधार पर देखें तो आज अगर कनाडा में चुनाव होते हैं तो जस्टिन ट्रूडो को हार का सामना करना पड़ेगा.
नई दिल्लीः कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपने ही देश में चौतरफा मुश्किलों में घिरे हुए हैं. खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर आरोप लगाने वाले जस्टिन ट्रूडो अपने देश की जनता का ही विश्वास खो रहे हैं. उनकी लोकप्रियता गिर रही है. आलम यह है कि कनाडा में उन्हें चाहने वालों से ज्यादा न चाहने वालों की संख्या हो गई है. इस आधार पर देखें तो आज अगर कनाडा में चुनाव होते हैं तो जस्टिन ट्रूडो को हार का सामना करना पड़ेगा.
ट्रूडो से ज्यादा लोकप्रिय विपक्षी नेता
कनाडा में ग्लोबल न्यूज के लिए हुए Ipsos पोल में कनाडाई लोगों से पूछा गया कि प्रधानमंत्री के लिए उनकी पहली पसंद कौन हैं. इसमें विपक्ष के नेता और कंजर्वेटिव पार्टी के पियरे पोयलिवरे को 40 फीसदी वोट मिले, जबकि जस्टिन ट्रूडो का सिर्फ 31 प्रतिशत लोगों ने साथ दिया.
Ipsos के सीईओ डेरेल ब्रिकर ने कहा कि पोयलिवरे और ट्रूडो के बीच का अंतर यह संकेत दे रहा है कि अगर आज कनाडा में चुनाव होते हैं तो पियरे पोयलिवरे के कंजर्वेटिव पार्टी बहुमत सरकार बना सकती है.
पियरे की लोकप्रियता में हुआ इजाफा
पियरे पोयलिवरे की लोकप्रियता कनाडा में तेजी से बढ़ रही है. पिछले साल के मुकाबले पियरे की लोकप्रियता में पांच फीसदी का इजाफा हुआ है. वहीं तीसरे नंबर पर खालिस्तानी समर्थक और न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जगमीत सिंह हैं जिन्हें कनाडा में 22 फीसदी लोग पीएम के तौर पर देखना चाहते हैं.
हालांकि सितंबर 2022 के मुकाबले जगमीत सिंह की लोकप्रियता में 4 फीसदी की कमी आई है. जगमीत सिंह की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के समर्थन से ही कनाडा में ट्रूडो की लिबरल पार्टी की सरकार चल रही है.
60% कनाडाई ट्रूडो के पक्ष में नहीं
Ipsos सर्वे के मुताबिक, 60 प्रतिशत कनाडाई मानते हैं कि जस्टिन ट्रूडो के लिए लिबरल पार्टी के मुखिया का पद छोड़ने के लिए यह सही समय है. ट्रूडो को पद छोड़ देना चाहिए और किसी अन्य को लिबरल पार्टी की कमान संभालने देनी चाहिए. ऐसा मानने वालों की संख्या दिसंबर 2022 में 54 प्रतिशत थी यानी इस मामले में भी ट्रूडो को नुकसान हुआ है.
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