केप केनरवल (अमेरिका): नासा ने सोमवार को 10 नए अंतरिक्ष यात्रियों का चयन किया, जिनमें से आधे सैन्य पायलट हैं. अंतरिक्ष एजेंसी ‘नैशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन’ (नासा) ने ह्यूस्टन में एक समारोह के दौरान  इन छह पुरुषों और चार महिला अंतरिक्ष यात्रियों का परिचय दिया.


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इन अंतरिक्ष यात्रियों में भारतीय मूल के अनिल मेनन भी शामिल हैं. अनिल मेनन स्पेस एक्स में चिकित्सा निदेशक हैं और अमेरिका के मिनियापोलिस, मिनेसोटा के रहने वाले हैं. वह अमेरिकी वायु सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल भी हैं. उनके माता-पिता यूक्रेनी और भारतीय मूल के थे. 


वे "अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन, चंद्रमा के लिए और अंततः मंगल ग्रह पर मिशन की योजना, प्रशिक्षण और उड़ान भरेंगे"



इससे पहले अनिल मेनन स्पेसएक्स की उस फ्लाइट के सर्जन रहे हैं, जो इंसानों के साथ स्पेस एक्स की पहली अंतरिक्ष उड़ान थी. वहीं उन्होंने नासा में अंतरिक्ष यात्रियों को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक ले जाने वाले विभिन्न अभियानों में क्रू फ़्लाइट सर्जन के रूप में कार्य किया है.

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मेनन चंद्रमा पर पहली महिला और साथ ही चांद के नए कूल स्थान पर उतरने वाले मिशन का हिस्सा होंगे. वह उन तीन अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल हैं जो अभी सेना में कार्यरत हैं. 


निजी जीवन की बात करें तो 1976 में जन्मे अनिल मेनन ने एना मेनन से शादी की है और उनके दो बच्चे हैं. अनिल कई बार भारत भी आ चुके हैं.


ये हैं 10 एस्ट्रोनॉट
अमेरिकी वायु सेना के मेजर निकोल एयर्स, क्रिस्टोफर विलियम्स, यूएस मरीन कॉर्प्स मेजर (सेवानिवृत्त) ल्यूक डेलाने, अमेरिकी नौसेना की लेफ्टिनेंट कमांडर जेसिका विटनर, अमेरिकी वायु सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल अनिल मेनन, अमेरिकी वायु सेना के मेजर मार्कोस बेरियोस, अमेरिकी नौसेना के कमांडर, जैक हैथवे, क्रिस्टीना बिर्च, अमेरिकी नौसेना के लेफ्टिनेंट डेनिज़ बर्नहैम और आंद्रे डगलस.


12 हजार से अधिक लोगों ने आवेदन किया था
ह्यूस्टन ‘मिशन कंट्रोल एंड एस्ट्रोनॉट कोर’ का केन्द्र है. इसके लिए 12 हजार से अधिक लोगों ने आवेदन किया था. चयनित 10 लोगों की उम्र 30 से 40 वर्ष के बीच है, जिन्हें ‘स्पेसफ्लाइट’ में यात्रा करने के योग्य बनाने के लिए पहले दो साल का प्रशिक्षण दिया जाएगा. 


इन 10 लोगों में लड़ाकू एवं परीक्षण पायलटों के अलावा, एक चिकित्सा भौतिक विज्ञानी, ड्रिलिंग विशेषज्ञ, समुद्री रोबोटिस्ट, स्पेसएक्स फ्लाइट सर्जन और बायोइंजीनियर शामिल हैं जो एक चैंपियन साइकिल चालक भी रह चुके हैं. 


संयुक्त अरब अमीरात के दो अंतरिक्ष यात्री उनके साथ प्रशिक्षण लेंगे. वर्ष 1959 में ‘मरकरी सेवन’ के बाद से नासा ने अपने अंतरिक्ष यात्री वाहिनी में 360 लोगों को शामिल किया है. आखिरी बार 2017 में एक अंतरिक्ष यात्री का चयन किया गया था.

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