नई दिल्ली. जिसका इंतज़ार था आखिर वही हुआ, कोरोना की गंभीरता को देख कर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी घोषित कर दिया है. भारत में कोरोना के अब तक 69 मामले सामने आ चुके है. भारत ने अब इससे बचाव की दिशा में  तत्परता दिखाई है और कई कड़े फैसले लिए हैं. 


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डब्ल्यूएचओ ने महामारी का ऐलान किया 


आखिरकार कई दिनों तक कोरोना वायरस के प्रसार पर निगरानी रखने के बाद अब इसे वैश्विक स्तर पर एक महामारी घोषित कर दिया है.  डब्ल्यूएचओ ने बयान जारी करके कहा कि समाज और अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे कोरोना के प्रभाव को कम करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन कई सहयोगियों के साथ मिलकर कार्य कर रहा है.


विदेशियों के वीजा 15 अप्रैल तक सस्पेंड


भारत सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण से देश को बचाने के लिए तुरत-फुरत में कुछ कदम उठा लिए हैं. अब विदेशों से आने वालों का वीजा 15 अप्रैल तक सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा 7 देशों से आए लोगों को 14 दिन आइसोलेशन में रखा जाएगा. 



 


सात देश के लोगों पर निगरानी 


भारत सरकार ने सात देशों को चिन्हित किया है जो कि कोरोना के संक्रमण के बड़े शिकार बने हैं. इन देशों में चीन, इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी से आए लोग शामिल हैं. इन देशों से आने वाले यात्री जो कि 15 फरवरी के बाद देश में आये हैं, आइसोलेशन सेंटर्स में रखे जाएंगे और यात्रियों को कम से कम 14 दिन तक चलने वाले मेडिकल परीक्षण के बाद ही इनको जाने की अनुमंती दी जायेगी. 


पहली संदिग्ध कोरोना मौत 


भारत में पहली संदिग्ध कोरोना मौत की खबर आई है. कर्नाटक में इस संदिग्ध मरीज की मौत हुई है. यदि इस मरीज के पोस्टमॉर्टेम की रिपोर्ट कोरोना-पॉजिटिव आई तो देश में संक्रमण से मौत का यह पहला मामला होगा. अब तक भारत में कोरोना के 69 मामले सामने आये हैं.


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