नई दिल्लीः Morocco Earthquake 2023: मोरक्को (Morocco) के मराकेश के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में बीते शुक्रवार की रात भूकंप की वजह से अफरा-तफरी मच गई. इस दौरान भूकंप की तीव्रता 6.8 दर्ज की गई है. मोरक्को में आए इस तीव्र भूकंप ने 296  लोगों की जान ले ली है. संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की मानें, तो पिछले 120 सालों में यह पहली बार उत्तरी अफ्रीकी राष्ट्र के उस हिस्से में इतनी तीव्रता का भूकंप आया है. 


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रात करीब 11:11 बजे महसूस हुए भूकंप के झटके
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो भूकंप के झटके रात के करीब 11:11 बजे महसूस किए गए. इस भूकंप के झटके का एपीसेंटर मारकेश से 71 किलोमीटर दूर 18.5 किलोमीटर की गहराई पर था. दावा किया जा रहा है कि इस तीव्र भूकंप से व्यापक स्तर पर जान-माल की क्षति हुई है. 


सोशल मीडिया पर भूकंप के भयावह स्थिति का वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि भूकंप की वजह से किस तरह से अफरा-तफरी का माहौल बन गया है और लोग कैसे अपने घरों को छोड़कर भागते हुए नजर आ रहे हैं. 


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने व्यक्त की शोक 


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मोरक्को में भीषण भूकंप में लोगों की मौत पर शनिवार को शोक व्यक्त किया और कहा कि भारत इस मुश्किल वक्त में उसे हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है. मोरक्को के गृह मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार रात आए भीषण भूकंप में कम से कम 296 लोगों की मौत हो गई. मोरक्को वासियों ने सोशल मीडिया पर कई वीडियो साझा किए हैं, जिनमें इमारतें ढहकर मलबे में बदली दिखाई दे रही हैं और चारों तरफ धूल नजर आ रही है. 


दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ


मोरक्को के ऐतिहासिक शहर मराकेश के चारों ओर बनी प्रसिद्ध लाल दीवारों के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. मराकेश यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन) विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल है. प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, ‘मोरक्को में भूकंप के कारण लोगों की मौत से अत्यधिक दुखी हूं. दुख की इस घड़ी में, मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं. अपने प्रियजनों को खोने वाले लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. भारत इस मुश्किल वक्त में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है.’ 


अफ्रीकी और यूरेशियाई प्लेटों के बीच स्थित है मोरक्को


गौरतलब है कि मोरक्को अफ्रीकी और यूरेशियाई प्लेटों के बीच स्थित है. इस वजह से मोरक्को में अक्सर भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं. इससे पहले पूर्वोत्तर मोरक्को के अल होसेइमा में साल 2004 में भूकंप के तेज झटके आए थे. तब इस भूकंप ने लगभग 628 लोगों की जान ली थी. वहीं, 900 से अधिक लोग घायल हो गए थे. 


अल्जीरिया में आया था 7.3 तीव्रता का भूकंप


इसके अलावा साल 1980 में मोरक्को के पड़ोसी देश अल्जीरिया में 7.3 तीव्रता से भूकंप आया था. तब इस भूकंप ने लगभग 2500 लोगों की जान ली थी. वहीं, लगभग तीन लाख लोग बेघर हो गए थे. जिसे हाल के इतिहास में सबसे बड़े और सबसे विनाशकारी भूकंपों में से एक माना जाता है.


कैसे और क्यों आता है भूकंप


दरअसल, पृथ्वी के भीतर 7 प्लेट्स मौजूद होती हैं और ये प्लेट्स हमेशा घूमती रहती हैं. इसी दौरान जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं, तो एक फॉल्ट लाइन जोन का निर्माण होता है. इस वजह से प्लेटों के कोने मुड़ जाते हैं और वहां पर दबाव बनता है. लिहाजा प्लेटे टूटने लग जाती हैं. इनके टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है. इससे धरती हिलने लग जाती है. इसे ही हम लोग भूकंप के रूप में जानते हैं. 


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