नई दिल्लीः म्यांमार की सेना पर एक गांव में स्कूली शिक्षक का सिर कलम करके उसे दरवाजे पर लटकाने का आरोप लगा है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बृहस्पतिवार को इस घटना के बारे में जानकारी दी. मागवे ग्रामीण क्षेत्र के तौंग मिंत गांव का यह मामला है.


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एक साल से बंद है स्कूल
प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही और वहां ली गईं तस्वीरों के अनुसार, 46 वर्षीय शिक्षक सॉ तुन मोए का धड़ स्कूल के दरवाजे के सामने जमीन पर पड़ा था, जबकि सिर दरवाजे पर लटका था. स्कूल पिछले साल से बंद है और उसमें भी आगजनी के निशान मिले हैं. 


सेना और हथियारबंद लोगों ने घेरा
एक ग्रामीण ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को फोन पर बताया कि वह सॉ तुन मोए समेत लगभग दो दर्जन ग्रामीणों में शामिल थी, जो रविवार को सुबह 9 बजकर 30 मिनट मूंगफली के खेत में एक झोपड़ी के पीछे छिपे हुए थे. तभी हथियारबंद लोगों के साथ 80 से अधिक सैनिकों का एक समूह वहां पहुंचा और हवा में गोलियां चलानी शुरू कर दीं. 


'शिक्षक को अपने साथ ले गए सैनिक'
सेना आम नागरिकों को हथियार मुहैया कराकर उनसे अपने लिए काम कराती है. आम नागरिक छापेमारी के दौरान गाइड के तौर पर काम करते हैं. महिला ने बताया कि सैनिकों ने उन्हें पकड़ लिया. उनके फोन और अन्य सामान जब्त कर लिए और एक अधिकारी के आदेश पर तीन लोगों को समूह से अलग कर दिया तथा केवल सॉ तुन मोए को अपने साथ ले गए. 


अगले दिन हत्या करने का आरोप
प्रत्यक्षदर्शी महिला ने कहा कि सॉ तुन मोए को लगभग एक किलोमीटर दूर तौंग मिंत गांव ले जाया गया और अगले दिन वहीं पर उसकी हत्या कर दी गई. महिला ने कहा, 'मुझे सोमवार सुबह पता चला कि उसकी हत्या कर दी गई है. एक अच्छे शिक्षक को खोना बहुत दुखद है, जिस पर हमारे बच्चों की शिक्षा निर्भर थी.' महिला के दो बच्चे शिक्षक के स्कूल में पढ़ते थे. 


एक ग्रामीण ने पहचाना शिक्षक का शव
तौंग मिंत गांव के एक निवासी ने कहा कि उसने सैनिकों के जाने के बाद सोमवार पूर्वाह्न करीब 11 बजे सॉ तुन मोए का शव देखा. ग्रामीण ने कहा, 'पहले, मैंने अपने दोस्तों को बुलाया, फिर मैंने शव को और करीब से देखा. मुझे तुरंत पता चल गया कि यह शिक्षक मोए है. वह पिछले कुछ महीनों से एक स्कूली शिक्षक के तौर पर हमारे गांव आया करता था, इसलिए मैंने उसका चेहरा पहचान लिया.' 


तख्तापलट के बाद हजारों लोग हो चुके हैं अरेस्ट
हालांकि, न तो सैन्य सरकार और न ही सरकार के नियंत्रण वाली मीडिया ने शिक्षक की मौत के बारे में कोई जानकारी दी है. म्यांमार की सेना पिछले साल आंग सान सू ची की निर्वाचित सरकार का तख्तापलट करने के बाद से हजारों लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. इसके अलावा उस पर 2,300 से अधिक आम नागरिकों की हत्या का आरोप भी लगा है. 


अमेरिका ने इस मामले में दी प्रतिक्रिया
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने ट्विटर पर कहा, 'हम इन खबरों से स्तब्ध हैं कि बर्मा के सैन्य शासन ने मागवे क्षेत्र में एक स्कूली शिक्षक को गिरफ्तार किया, सार्वजनिक रूप से उसकी हत्या की और उसका सिर कलम कर दिया. अंतरराष्ट्रीय समुदाय को शिक्षकों के खिलाफ सैन्य शासन की क्रूरतापूर्ण हिंसा पर कड़ी प्रतिक्रिया देनी चाहिए.'


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