नई दिल्ली: नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामचंद्र पौडेल (Ramchandra Paudel) का राष्ट्रपति पद (President of Nepal) के लिए आठ राजनीतिक दलों ने समर्थन किया, जिससे उनका इस शीर्ष पद के लिये निर्वाचित होना लगभग तय हो गया है.


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9 मार्च को होना है नेपाल में राष्ट्रपति पद का चुनाव
प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने गठबंधन सरकार में साझेदार पार्टी के प्रत्याशी से किनारा कर विपक्षी नेपाली कांग्रेस के नेता पौडेल का इस शीर्ष पद के लिए समर्थन किया है. पौडेल नौ मार्च को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में सीपीएन (एमाले) के उम्मीदवार सुबास नेमवांग के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. पौडेल (78) और नेमवांग (69) ने शनिवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.


पौडेल के राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी का उत्तराधिकारी बनने की प्रबल संभावना है क्योंकि आठ दलों, नेपाली कांग्रेस, नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएन)-माओवादी केंद्र, सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट, राष्ट्रीय जनता पार्टी, लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनमोर्चा, नागरिक उन्मुक्ति पार्टी और जनमत पार्टी ने उनके पक्ष में मतदान करने का फैसला किया है.


किस-किसने रखा पौडेल की उम्मीदवारी का प्रस्ताव?
पौडेल की उम्मीदवारी का प्रस्ताव नेपाली कांग्रेस अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा, सीपीएन (एकीकृत समाजवादी) के अध्यक्ष माधव कुमार नेपाल, माओवादी केंद्र के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नारायण काजी श्रेष्ठ, जनता समाजवादी पार्टी के संघीय परिषद अध्यक्ष अशोक राय और जनमत पार्टी के अब्दुल खान ने रखा था.


आठ राजनीतिक दलों के समर्थन से पौडेल की चुनाव में जीत लगभग तय है. नेपाली राष्ट्रपति का चुनाव 882 उम्मीदवार करेंगे, जिनमें से 332 सदस्य संसद के हैं, जबकि बाकी 550 सदस्य सात प्रांतीय विधानसभाओं के हैं. संसद के एक सदस्य का मत मूल्य 79 है, जबकि प्रांतीय विधानसभा के एक सदस्य का राष्ट्रपति चुनाव में मत मूल्य 48 है.


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