Shehbaz Sharif-Mohammed bin Salman Meeting:  प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सऊदी शासक प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने हाल ही में मक्का के अल-सफा पैलेस में एक आधिकारिक बैठक की और अपने 'चल रहे मुद्दों' को हल करने के लिए पाकिस्तान और भारत के बीच बातचीत के महत्व को रेखांकित किया, जिसमें कश्मीर मामले पर विशेष जोर दिया गया.


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7 अप्रैल को शहबाज शरीफ और प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच बैठक के बाद एक संयुक्त बयान में, दोनों ने पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच भाईचारे के संबंधों को मजबूत करने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के रास्ते तलाशने की बात कही.


बयान में बताया गया है कि दोनों नेताओं ने कश्मीर समेत क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की. समाचार एजेंसी PTI के मुताबिक, 'दोनों पक्षों ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए दोनों देशों के बीच लंबित मुद्दों, विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर विवाद को हल करने के लिए पाकिस्तान और भारत के बीच बातचीत के महत्व पर जोर दिया.'


हालांकि, पाक जबरदस्ती खुद को कश्मीर से जोड़ने का काम करता रहा है. वहीं, भारत ने साफ कहा है कि कश्मीर पूरी तरह से भारत और पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय मामला है, किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता या हस्तक्षेप का कोई सवाल ही नहीं है. लेकिन पाक जगह-जगह इस मुद्दे को उठाता रहता है.


भारत-पाक में और खराब हुए रिश्ते
5 अगस्त, 2019 को केंद्र द्वारा संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, जम्मू और कश्मीर की विशेष स्थिति को रद्द करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध और खराब हो गए. इस कदम से पाकिस्तान बौखला गया और राजनयिक संबंध खत्म किए व भारतीय दूत को हटा दिया गया.  भारत ने हमेशा जम्मू-कश्मीर को अपना अभिन्न अंग बताया है.


भारत ने हमेशा ये भी कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ आतंक, शत्रुता और हिंसा मुक्त वातावरण में अच्छे संबंध चाहता है. बता दें कि बैठक के दौरान शहबाज शरीफ ने बिन सलमान को पाकिस्तान की आधिकारिक यात्रा के लिए आमंत्रित किया, जिसे क्राउन प्रिंस ने स्वीकार कर लिया.


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