नई दिल्ली: शनिवार को एक ईरानी समूह ने राजधानी तेहरान में देश के बड़े नेता अयोतुल्ला अली अली खामेनेई के आदेश पर किए गए हमले के बाद उनके खिलाफ एक्शन लेने की मांग पर अड़ गए हैं. यूक्रेनी हवाई जहाज में सवार सभी 176 यात्री मारे गए थे. 


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खामेनेई इस्तीफा दो के नारों के साथ सड़कों पर उतरा हुजूम



ट्विटर और फेसबुक सहित तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कमांडर इन चीप अली खामेनेई इस्तीफा दो, अली खामेनेई इस्तीफा दो के वीडियोज पोस्ट किए जा रहे हैं. वीडियो में यह दिखा कि 100 से भी अधिक लोग मिलकर अली खामेनेई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं कि इस वीभत्स घटना के बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. 


ईरानी सेना ने बाद में ली हमले की जिम्मेदारी


इससे पहले ईरानी सेना ने यह कबूल किया कि उनसे एक भयानक गलती हुई जब वे बगदाद में अमेरिकी एयरबेस को टारगेट कर रहे थे तो उसी दौरान गलती से यूक्रेन का एक प्लेन भी उसकी जद में आ गया. ईरान के इस मिसाइल से हमले के बाद अमेरिकी एयरबेस में भले कुछ खास तबाही न हुई हो लेकिन निर्दोष प्लेन में सवार यात्रियों के चिथड़े जरूर उड़ गए. शुरुआत में ईरान ने इस घटना की जिम्मेदारी लेने से खुद का बहुत बचाव किया. 


बुधवार को ही किए गए मिसाइल अटैक के बाद से ही अमेरिका सहित कई देशों ने ईरान की आलोचना करनी शुरू कर दी. इसको देखते हुए ईरानी सेना की चुप्पी के बाद रिवोल्यूशनरी गार्ड के एक अधिकारी ने आखिरकार यह कबूला कि यह घटना उनसे अनजाने में हो गई. वे अमेरिकी टारगेट को निशाना बना रहे थे लेकिन रडार में गलत रीडिंग की वजह से यूक्रेनी जहाज को तबाही का शिकार बनना पड़ा. 


ईरान के बदलते हालात के बीच पलायान बढ़ता ही जा रहा है


पिछले दिनों ईरान में पेट्रोल के दाम बढ़ने के बाद लोग विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर उतर आए थे. हालात इतने बुरे हो गए थे कि लोगों ने कनाडा में यूक्रेनी हवाई जहाजों के जरिए पलायान करना शुरू कर दिया था. लोगों का मानना था कि वे ईरान में एक शांति का जीवन व्यतित नहीं कर सकते. 


दरअसल ईरान के लोग ऐसा मानते हैं कि सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए ईरानी कमांडर ने सैंकड़ों लोगों की जिंदगी मौत के हवाले कर दी. ईरान, इराक में बदले हालाता पूरे मिडिल ईस्ट के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं.