सऊदी अरब में मस्जिदों के अंदर इफ्तार पार्टी पर लगी रोक, इमामों को लंबा भाषण देने से किया मना, जानें क्या है कारण
Ramadan 2024: इस साल 10 मार्च से रमजान के पवित्र महीने का आगाज होने वाला है. ऐसे में सऊदी अरब में भी इसको लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं.
नई दिल्ली: इस्लाम का केंद्र माने जाने वाले सऊदी अरब में हर साल रमजान को लेकर नई गाइडलाइन जारी की जाती है. इस साल 10 मार्च से रमजान के पवित्र महीने का आगाज होने वाला है. ऐसे में सऊदी अरब में भी इसको लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. बता दें कि सऊदी अरब में रमजान के दौरान पूरे देश की मस्जिदों के अंदर इफ्तार पार्टी समेत कई चीजों पर बैन लग गया है.
इफ्तार पार्टी पर लगा बैन
बता दें कि यह गाइडलाइन सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद की आज्ञा के बाद जारी की गई है. सऊदी अरब की मिनिस्ट्री ऑफ इस्लामिक अफेयर का कहना है कि इफ्तार के कारण मस्जिदों में काफी गंदगी फैल जाती है, जिसके चलते यह नियम लागू किया गया है. ताकी मस्जिदों को साफ सुथरा रखा जाए. नए नियम के अनुसार इफ्तार का आयोजन मस्जिद के आंगन या किसी दूसरी जगह में किया जा सकता है.
इन चीजों पर भी लगी रोक
मिनिस्ट्री ऑफ इस्लामिक अफेयर ने इफ्तार पार्टी के अलावा और भी कई चीजों पर रोक लगाई है. जैसे मस्जिदों के अंदर श्रद्धालुओं को इफ्तार कराने के लिए डोनेशन नहीं लिया जाएगा. इमामों के उपदेशों को लाइव नहीं किया जाएगा और न ही मस्जिदों के अंदर कैमरे का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके अलावा इमामों से लंबा भाषण देने के लिए भी मना किया है.
मुस्लिम समुदाय के लिए खास है रमजान
बता दें कि मुस्लिम समुदाय के लोग रमजान के पवित्र महीने में सभी बुरे कार्यों से दूर रहते हैं. इस दौरान वे पैगंबर मोहम्मद द्वारा बताए गए नेक रास्ते पर चलकर गरीबों और अपने रिश्तेदारों की दिल खोलकर मदद करते हैं. रमजान के पवित्र महीने में ज्यादातर मस्जिदें शाम के समय गरीब और असहाय लोगों के लिए कुछ खाने-पीने का इंतजाम करते हैं, जिससे कि वे अपना रोजा खोल सकें.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.