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नई दिल्ली. इस बहादुरी के लिए अमेरिका के नौजवान निक वालेन्डा को कोई नोबल या आस्कर मिलने वाला नहीं है लेकिन ये एक मिसाल है जवानी के गर्म खून की जो बहादुरी के नित नए प्रतिमान तय कर रही है. पिछले साल जून में निक ने अपनी बहन लिजाना के साथ न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वेयर पर 25 स्टोरीज के ऊपर रोप वॉक किया था. 



 


निकारागुआ का ज्वालामुखी चुना था 


अमेरिका के 41 साल के डेयरडेविल्स निक वालेंडा ने अपने नाम से जुड़े निकारागुआ के ज्वालामुखी को अपने साहसिक कारनामे के लिए चुना. बुधवार 5 मार्च को निक पहुँच भी गए निकारागुआ के इस ज्वालामुखी में जो कि सक्रिय स्थिति में है. उसके बाद इस ज्वालामुखी मसाया के ऊपर निक ने ऐतिहासिक रोप वॉक कर दिखाया और इस तरह वे ऐसा करने वाले पहले व्यक्ति बन गए हैं. 



 


कोई ज्यादा तैयारियां नहीं की गईं 


निक की जिद पर कुछ अनिवार्य तैयारियों के अलावा कोई अन्य विशेष व्यवस्था इस कारनामें से पहले नहीं की गईं. निक के स्टंट के लिए ज्वालामुखी के क्रेटर माउथ ऑफ हेल के मुहाने पर 1800 फीट ऊंचाई पर रोप को बांधा गया था. लगभग 31 मिनट 23 सेकंड तक रोप वाक् करके उन्होंने क्रेटर को पार कर दिखाया. इस दौरान वाक करते समय निक ने हानिकारक धुएं से बचने के लिए एक गैस मास्क, और आंखों पर चश्मा पहना था. निक ने विशेष किस्म के जूते भी पहने थे ताकि वे ज्वालामुखी के मैगमे से उठने वाली हीट वेव को सहन कर सकें. यही नहीं इस स्टंट के दौरान उन्हें तेज हवाओं का भी सामना करना पड़ा था.



 


ज्वालामुखी की गैसें होती है विषैली 


निक को पता था कि आम तौर पर किसी भी ज्वालामुखी के आसपास रहना जानलेवा सिद्ध हो सकता है. ज्वालामुखी से बाहर आने वाला लावा और जहरीली गैंस घातक होती हैं. इसके बाद भी निक ने ये खतरा उठाया और अपना कारनामा सफलता के साथ कर दिखाया. अब निक का नाम इस अभूतपूर्व स्टंट के लिए गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रेकॉर्ड्स में शामिल किया गया है. 


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