नई दिल्लीः रूस ने सामरिक परमाणु हथियारों की पहली खेप बेलारूस में तैनात कर दी है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक मीडिया संगठन के हवाले से यह जानकारी दी. पुतिन ने सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम में अपने भाषण के दौरान यह टिप्पणी की. बीबीसी ने बताया कि उन्होंने कहा कि वे (सामरिक परमाणु हथियार) केवल तभी इस्तेमाल किए जाएंगे जब रूसी क्षेत्र या राज्य को खतरा होगा.


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रूस के परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के कोई संकेत नहीं
अमेरिकी सरकार का कहना है कि ऐसा कोई संकेत नहीं है कि क्रेमलिन यूक्रेन पर हमला करने के लिए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने पुतिन की टिप्पणियों के बाद कहा, हमें ऐसा कोई संकेत नहीं दिख रहा है कि रूस परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने की तैयारी कर रहा है.


ब्रिटिश समाचार प्रसारक ने बताया कि पुतिन ने कहा कि गर्मियों के अंत तक सामरिक परमाणु हथियारों को स्थानांतरित करने का काम पूरा कर लिया जाएगा.


'पूरी दुनिया को क्यों धमकी देनी चाहिए'
फोरम के मॉडरेटर की ओर से उन हथियारों के इस्तेमाल की आशंका के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने उत्तर दिया, हमें पूरी दुनिया को क्यों धमकी देनी चाहिए? मैंने पहले ही कहा है कि रूसी राज्य के लिए खतरा होने की स्थिति में अत्यधिक उपायों का उपयोग संभव है.


क्या होते हैं टेक्टिकल न्यूक्लियर हथियार
सामरिक परमाणु हथियार छोटे हथियार हैं, जो युद्ध के मैदान में या सीमित हमले के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं. वे एक विशिष्ट क्षेत्र में दुश्मन के लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किए गए हैं.


सबसे छोटा सामरिक परमाणु हथियार एक किलोटन या उससे कम हो सकता है (एक हजार टन विस्फोटक टीएनटी के बराबर उत्पादन). सबसे बड़े वाले 100 किलोटन जितने बड़े हो सकते हैं. गौरतलब है कि अमेरिका ने 1945 में हिरोशिमा पर जो परमाणु बम गिराया था, वह 15 किलोटन का था.


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