नई दिल्ली: Big Umbrella in Space: पूरी दुनिया में ग्लोबल वार्मिंग एक बड़ी समय बनी हुई है. ग्लेसियर धीरे-धीरे पिघलते जा रहे हैं और गर्मी बढ़ती जा रही हैं. इस समस्या से निपटने के लिए अलग-अलग तरकीब लगाईं जा रही हैं. दुनियाभर के वैज्ञानिक ग्लोबल वार्मिंग से बचने के लिए अपना दिमाग लगा रहे हैं. इसी बीच इजराइल के वैज्ञानिकों ने एक कमाल का आईडिया निकाला है. वो एक ऐसा छाता बना रहे हैं, जिसे स्पेस में लगाने से सूरज से निकलने वाली हानिकारक रेडिएशन से बचा जा सकता है. 


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यूपी से 11 गुना बड़ा होगा ये छाता
टेक्नियन-इजराइल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की टीम ने बताया कि इस छाते को तौयार करने के लिए 20 मिलियन डॉलर की लागत आएगी. भारतीय करेंसी के हिसाब से ये 1 अरब 66 करोड़ के बराबर होगा. इस छाते की साइज अर्जेंटीना के क्षेत्रफल के बराबर होगी. अर्जेंटीना का क्षेत्रफल 2.78 Million km² है, जो यूपी से 11 गुना बड़ा है. इस लिहाज से अंतरिक्ष में स्थापित किए जाने वाला यह छाता यूपी के क्षेत्रफल से 11 गुना बड़ा होगा. 


इतना कम होगा रेडिएशन 
वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि अंतरिक्ष में यह छाता लगाने के बाद सूरज से निकलने वाली हानिकारक रेडिएशन की मात्रा 2% तक कम हो सकती है. इसके अलावा, इस छाते को इंस्टाल करने से 1.5 डीग्री सेल्सियस तक तापमान ठंडा हो सकेगा. 


क्या हैं चुनौतियां?
इस छाते को सनशेड कहा जा रहा है. इसका वजन कम से कम 2.5 मिलियन टन के करीब होगा. चूंकि, यह इतना भारी है, इसलिए अंतरिक्ष में इसे इंस्टाल करना भी बड़ी चुनौती है. साथ ही यह समस्या भी जाहिर की गई है कि छाता लगाने से सूर्य की रौशनी पूरी तरह से धरती तक नहीं पहुंच पाएगी. लेकिन वैज्ञानिकों ने तर्क दिया कि इस छाते में छोटे रंगों की एक सीरीज होगी, जो रौशनी को आने से नहीं रोकेगी. लेकिन पृथ्वी पर थोड़ी बिखरी-बिखरी रौशनी आएगी. 


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