प्लास्टिक की बोतल में चावल भरकर रोज पानी में फेंकता है ये शख्स, जानें क्या है इसके पीछे का कारण
`BBC`की एक रिपोर्ट के मुताबिक साउथ कोरिया के पार्क जंग-ओ पिछले 10 सालों से प्लास्टिक की बोतलों में चावल भरकर पानी में फेंक रहे हैं. खास बात ये है कि ये बोतलें समुद्र में बहकर नॉर्थ कोरिया जाती हैं.
नई दिल्ली: नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीच दुश्मनी उतनी ही गंभीर है, जितनी भारत और पाकिस्तान के बीच है. दोनों कोरियाई देशों में पिछले 70 सालों से ज्यादा समय से कभी भी सामान्य संबंध नहीं रहे हैं, हालांकि मजबूरी में अपना देश छोड़ साउथ कोरिया रह रहे कुछ लोग आज भी अपने देश प्रेम के चलते कुछ न कुछ खतरा उठा ही लेते हैं.
प्लास्टिक की बोतलों में भरते हैं चावल
'BBC'की एक रिपोर्ट के मुताबिक साउथ कोरिया के पार्क जंग-ओ पिछले 10 सालों से प्लास्टिक की बोतलों में चावल भरकर पानी में फेंक रहे हैं. खास बात ये है कि ये बोतलें समुद्र में बहकर नॉर्थ कोरिया जाती हैं. साल 2020 में सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए साउथ कोरिया ने इस पर बैन लगा दिया था. बैन लगाने के बाद पार्क को इस काम के लिए काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा. साल 2023 में साउथ कोरिया ने इससे प्रतिबंध हटा दिया.
नॉर्थ कोरिया को छोड़कर आए साउथ कोरिया
56 साल के पार्क जंग का कहना है कि वे प्लास्टिक की बोतल में चावल भरकर पानी में इसलिए फेंकते हैं क्योंकि नॉर्थ कोरिया के लोग भूख से मर रहे हैं. 'BBC'के मुताबिक पार्क जंग का परिवार आज से 26 साल पहले नॉर्थ कोरिया को छोड़कर साउथ कोरिया आ गया था. उनके पिता नॉर्थ कोरिया में एक जासूस थे, हालांकि बाद में उन्होंने साउथ कोरिया आने का फैसला लिया. इसके बाद उनके परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़कर यहां आना पड़ा. पार्क जंग के मुताबिक नॉर्थ कोरिया छोड़ने के बाद वहां की सरकार ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया था. पार्क ने बताया कि जब वे नॉर्थ कोरिया में रहते थे तब वे अक्सर लोगों को भूख से मरते हुए देखते थे. यहां तक की नॉर्थ कोरिया में चावल उत्पादन से संपन्न इलाकों में भी भुखमरी देखने को मिलती है.
इन चीजों की भी भेजते हैं पार्क
'BBC'के मुताबिक पार्क जंग-ओ ने साल 2025 में अपनी पत्नी के साथ 'क्यून सैम' नाम से एक NGO की स्थापना की थी. इसका मकसद नॉर्थकोरिया के ह्वांगहे प्रांत में प्लास्टिक की बोतलों की आपूर्ति करना है. पार्क प्लास्टिक की बोतलों में 1kg चावल और USB भेजते हैं, जिसमें K Pop गाने, 'क्रैश लैंडिग ऑन यू' जैसे साउथ कोरियन ड्रामा और बाइबल की एक डिजिटल कॉपी होती है. इसके अलावा वह कभी-कभी इसमें 1 अमेरिकी डॉलर भी भेजते हैं, ताकि बोतल पाने वाला व्यक्ति डॉलर के एक्सचेंज से नॉर्थ कोरियाई करेंसी ले सके.
कोरोना के दौरान पार्क और उनकी पत्नी ने पेन किलर दवाईयों के साथ कुछ मास्क भी इन बोतलों में भरकर भेजे, हालांकि ऐसा वे गुप्त रूप से ही कर पा रहे थे क्योंकि दिसंबर साल 2020 से बोतलों को समुंदर के जरिए भेजने पर बैन लगा था. पार्क के मुताबिक प्रतिबंध हटने के बाद भी उनके लिए ये काम थोड़ा मुश्किल हो गया है क्योंकि जो संस्थाएं इस काम के लिए उनकी मदद किया करते थे उन्होंने दान देना बंद कर दिया है.
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