नई दिल्ली: Operation Yukthiya: श्रीलंका की सरकार ने नशे के कारोबार को जड़ से उखाड़ने का फैसला कर लिया है. सरकार नशे का कारोबार कर रहे लोगों को लगातार गिरफ्तार कर रही है. बीते 50 दिनों में श्रीलंका में 50 हजार लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं. श्रीलंका की सरकार ने नशे का कारोबार करने वालों को गिरफ्तार करने के लिए ‘युकथिया’ नाम से अभियान चला रखा है. 


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क्या है युकथिया अभियान?
श्रीलंका की सरकार ने देशव्यापी अभियान शुरू किया है. इसका नाम 'युकथिया' रखा गया है. सिंहली भाषा के इस शब्द का हिंदी में अर्थ होता है 'न्याय'. इस अभियान को श्रीलंका की सरकार ने 17 दिसंबर, 2023 को शुरू किया था. यह अभियान 30 जून, 2024 तक चलाया जाएगा. इसके तहत अब तक सरकार ने 50 हजार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन पर नशीली दवाओं का व्यापार करने का आरोप है. 


मानवाधिकार संगठनों ने जताई आपत्ति
मानवाधिकार संगठनों का आरोप है कि सरकार के पास केवल 6 हजार अपराधियों की लिस्ट थी, जबकि गिरफ्तारी 50 हजार लोगों की हो चुकी है. मानवाधिकार संगठनों का आरोप है कि सरकार बेवजह लोगों को जेल में डाल रही है. यह एक अमानवीय ऑपरेशन है. 


संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार, लॉयर्स कलेक्टिव समेत और स्थानीय मानवाधिकार आयोग समेत कई संगठनों ने इस अभियान की निंदा की है. इसके बावजूद भी ये ऑपरेशन जारी है. इन संगठनों ने तर्क दिया है कि सरकार नशीली दवाओं के बढ़ते सेवन की समस्या से निपटने के लिए पब्लिक हेल्थ से जुड़ी नीतियां ला सकती है. लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया, बल्कि अमानवीय ऑपरेशन चला दिया. इनका आरोप है कि गिरफ्तार हुए लोगों को यातनाएं दी जा रही हैं. उनके साथ अमानवीय व्यवहार भी किया जा रहा है. 


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