लंदन: वैज्ञानिकों को Sk 'सुपरमैसिव' ब्लैक होल का पता चला है जो रास्ता बदलने के बाद अब पृथ्वी की ओर आ रहा है. वहीं अंतरिक्ष पर निगरानी करने वाले चेतावनी दे रहे हैं प्लैनेट किलर ब्लैक होल चिंता का एक मात्र कारण नहीं है. एक किलोमीटर चौड़ा क्षुद्रग्रह (asteroids) भी हमारे सौर मंडल में पाया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कहां है ये ब्लैक होल
वैज्ञानिकों ने एक सुपरमैसिव ब्लैक होल के साथ चार मिलियन प्रकाश वर्ष चौड़ी एक आकाशगंगा को पुनर्वर्गीकृत किया है जो हमारे सौर मंडल का सामना कर रही है. आकाशगंगा, जिसे PBC J2333.9-2343 के रूप में जाना जाता है. हमारी आकाशगंगा मिल्की वे के आकार का 40 गुना है. यह पृथ्वी से लगभग 657 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर है.


हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ब्लैक होल की दिशा हमारी आकाशगंगा को कैसे प्रभावित कर सकती है.


कैसे ब्लैक होल मुड़ा पृथ्वी की ओर
रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी की डॉ लोरेना हर्नांडेज़-गार्सिया ने समझाया, "हमने इस आकाशगंगा का अध्ययन करना शुरू कर दिया क्योंकि इसमें अजीबोगरीब गुण दिखाई दिए." बहुत सारे अवलोकन करने पड़े.


ऐसा माना जाता है कि किसी अन्य आकाशगंगा के साथ टक्कर के कारण ब्लैक होल पृथ्वी की ओर 90 डिग्री मुड़ गया होगा. स्पेस बोफिन्स के अनुसार, आकाशगंगा को मूल रूप से एक रेडियो आकाशगंगा के रूप में वर्गीकृत किया गया था, लेकिन किसी कारण से, यह 90 डिग्री घूम चुकी है और अब इसका केंद्र पृथ्वी की ओर है.ब्लैक होल ही पृथ्वी के लिए एकमात्र खतरा नहीं है, नए डेटा से यह भी पता चलता है कि दो निकट-पृथ्वी क्षुद्रग्रह (NEAs) आंतरिक सौर मंडल में खोजे गए हैं और हमारे ग्रह की ओर बढ़ सकते हैं.

यह भी पढ़िए- Raj Yog: 10 दशक बाद बन रहा चार राजयोगों का महासंयोग, दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की करेंगे ये लोग

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.