नई दिल्ली: Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है. यूक्रेनी सैनिकों ने एक बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि रूसी सैनिकों को एक रहस्यमयी बीमारी हो गई है. इस बीमारी से उनकी किडनी भी फेल हो रही है.  इस बीमारी के लिए यूक्रेन ने चूहों को जिम्मेदार बताया है. 


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यूक्रेन का दावा क्या?
यूक्रेन इंटेलिजेंस डायरेक्टोरेट ने दावा किया है कि रूसी सैनिकों में यह बीमारी चूहों से फैली है. चूहों के संपर्क में आने से सैनिकों में यह इन्फेक्शन फैला है. इस बीमारी से आंखे लाल होती हैं. सिर दर्द, रैश, पीठ दर्द और उल्टी हो रही है. पहले हमें ये लगा कि विरोधी सैनिक किसी आम फ़्लू का शिकार हुए हैं. लेकिन फिर इनके बॉडी पार्ट डैमेज होने लगे. किडनी फैल होने लगी. यूक्रेन ने इस बीमारी को 'रैट-बाइट फिवर' या 'माउस-बाइट फिवर' नाम दिया है. 


'जबरन सैनिकों को भेजा जा रहा'
यूक्रेन ने यह दावा भी किया है कि रूसी सैनिकों को जबरन जंग में भेजा जा रहा है. कई सैनिकों ने बीमारी का हवाला देते हुए युद्ध में नहीं जाने की बात कही. लेकिन उनके कमांडर उनकी बात को तवज्जो नहीं दे रहे और सैनिकों को जबरन मैदान-ए-जंग में भेज रहे हैं. कमांडर कह रहे हैं कि सैनिक जंग नहीं लड़ने का बहाना बना रहे हैं.


रूस के 87% सैनिकों की मौत
गौरतलब है कि बीते पौने दो साल से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक जंग में 87% रूसी सैनिकों की मौत हो गई है. रूस को इस जंग ने करीब 15 साल पीछे धकेल दिया है, क्योंकि बजट का बड़ा हिस्सा सेना के लिए खर्च किया गया है. अब रूसी उन अपराधियों को सेना में भर्ती कर रहा है को रिहा हो चुके हैं. 


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