इमरान हुकूमत में खेला जा रहा सिखों के साथ खूनी खेल!
पाकिस्तान की करतूत आए दिन दुनियाभर में उसकी भद्द पिटवा रहा है. इस बीच पाक की नीचता का एक और क्रूर सबूत सामने आया है. पाकिस्तान के पेशावर में अज्ञात हमलावरों ने एक सिख युवक को मौत के घाट उतार दिया जो पाकिस्तानी न्यूज़ चैनल के रिपोर्टर का भाई बताया जा रहा है.
नई दिल्ली: पाकिस्तान ने एक बार फिर दिखा दिया है कि उसकी सरपरस्ती में हिंदू अल्पसंख्यक महफूज नहीं हैं. इमरान खान नियाजी की आंखों के सामने मौत का खेल खेला जा रहा है. उनकी नाक के नीचे कत्लेआम हो रहा है. और पाकिस्तान से लेकर हिंदुस्तान में त्राहिमाम मचा है.
पहले पत्थरबाजी कांड, अब मौत का खेल!
पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर पहले पत्थरबाजी कांड सामने आया. जिसके बाद पाकिस्तान की खूब जगहंसाई हो रही है. और अब पाकिस्तान का रक्त चरित्र पूरी दुनिया के सामने आ चुका है. पाकिस्तान में एक सिख युवक की हत्या की वारदात सामने आई है.
पाकिस्तान के पेशावर में अज्ञात हमलावरों ने एक सिख युवक को मौत के घाट उतार दिया जो पाकिस्तानी न्यूज़ चैनल के रिपोर्टर का भाई बताया जा रहा है. बताया जा रहा है पाकिस्तान पब्लिक न्यूज में काम करने वाले रिपोर्टर हरमीत सिंह के छोटे भाई रविन्द्र सिंह की कुछ अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई.
मृतक के भाई की छलका दर्द
मृतक के भाई हरमीत सिंह ने पाकिस्तान के हुक्मरान को खरी-खोटी सुनाते हुए ये कहा है कि 'हजारों-लाखों की जो फंडिंग आती है, करोड़ों रुपए की हमारे सेफ्टी के लिए आती है. गर्वनमेंट ऑफ पाकिस्तान को इसलिए फंडिंग आती है इन अल्पसंख्यकों को सुरक्षित किया जाए. चाहें वो सिख है, क्रश्चियन या हिंदू है. लेकिन सुरक्षा ये होती है कि मुझे अपने भाई की बॉडी उठानी पड़ रही है. ये सुरक्षा है, मैं सबसे यही गुजारिश करूंगा चाहे मुझे जिस लेबल पर भी बात करनी पड़ी मैं करूंगा. जब तक गर्वनमेंट ऑफ पाकिस्तान मेरे भाई के कातिलों को सामने नहीं लाती तब तक मैं खुद भी चैन से नहीं बैठूंगा.'
आपको बता दें, शुक्रवार को पाकिस्तान के ननकाना में ननकाना साहेब गुरुद्वारे पर जब धार्मिक उन्मादियों की भीड़ ने हमला किया. तो इस घटना के बाद भारत समेत पूरी दुनिया में आवाज बुलंद होने लगी कि जैसे मुसलमान हिंदुस्तान में सुरक्षित हैं. वैसे ही पाकिस्तान में सिख सुरक्षित होने चाहिए. इससे पहले शनिवार को पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुए हमले के विरोध में सिखों ने प्रदर्शन किया.
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सिख श्रद्धालुओं ने दिल्ली में पाक की इस हरकत पर एतराज जताया था. और अब सिख युवक की हत्या से फिर से ये मामला गरमाता जा रहा है. इन सबके बीच एक सवाल ये कि आखिर पाकिस्तान में कबतक अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होते रहेंगे?
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