नई दिल्ली.   हालांकि ऐसा सोचना राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के डर को भी जताता है क्योंकि वे अपने पिछले कुछ बयानों में अपरोक्ष रूप से अपनी पराजय की आशंका को दोहरा चुके हैं. लेकिन वे ये  भी जानते हैं कि चुनाव को टाल कर वे अपनी पराजय को नहीं टाल सकते. 


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'हो सकती है वोटिंग में गड़बड़ी'


वर्तमान अमेरिकी डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव टालने का मन बना चुके हैं और इसके लिए जो औपचारिक  सुझाव उन्होंने अमेरिका में दिया है उसमें उन्होंने इसके पीछे वोटिंग में गड़बड़ी की आशंका जताई है. यही कारण है कि चुनाव को आगे बढ़ाने की बात को समर्थन मिलने की संभावना कम है. इसकी संभावना अधिक नहीं है कि चुनाव में गड़बड़ी की आशंका को चुनाव को आगे बढ़ाने का पर्याप्त कारण माना जाये.


'हो सकती है धोखाधड़ी'


आज से चौथे महीने में अर्थात नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनावों को टालने की अपनी मंशा को लेकर वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लंगड़े बहाने बना रहे हैं.  ट्रम्प ने इसकी पीछे धोखाधड़ी को कारण बताया है.  उन कहना है कि चूंकि इन चुनावों में मेल इन सिस्टम से वोटिंग होनी है, ऐसी स्थिति में ये चुनाव इस देश के इतिहास के सबसे झूठे और अनुचित चुनाव होंगे क्योंकि इनमें वोटिंग में धोखाधड़ी की पूरी आशंका है. 


'सुरक्षा की स्थिति में ही चुनाव हों'


जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं यदि वैसा हो गया तो डोनाल्ड ट्रम्प का यह कार्यकाल भी अमेरिका के इतिहास सबसे लंबा राष्ट्रपति कार्यकाल होगा. ट्रम्प ने अपने ट्वीट में कहा है कि वैश्विक मेल इन वोटिंग को अगर 2020 के चुनाव का वोटिंग सिस्टम बनाया गया तो यह अमेरिकी इतिहास का सबसे ज्यादा धोखाधड़ी वाला चुनाव सिद्ध होगा. ऐसे में चुनाव तब ही कराये जाएँ जब अमेरिका के लोग वोटिंग करने की स्थिति में आ जाएँ और सुरक्षित ढंग से वोटिंग कर सकें.


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