नई दिल्ली, Influenza Virus: अमेरिका में इन दिनों एक जानलेवा वायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है. रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) की जानकारी के मुताबिक अमेरिका में इस वायरस ने अभी तक 15 हजार लोगों की जान ले ली है. वहीं ढाई लाख के करीब लोग इन्फ्लूएंजा वायरस से ग्रस्त हो चुके हैं. मिली जानकारी के मुताबिक इस सीजन में अब तक फ्लू से कम से 2 लाख 50 हजार लोग अस्पताल में भर्ती हुए हैं. 

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मासूमों की चली गई जान...
श‍िन्हुआ समाचार एजेंसी ने सीडीसी डेटा का हवाला देते हुए बताया कि फरवरी में अभी तक इन्फ्लूएंजा से कारीब आठ मौसम बच्चों की मौत हो चुकी है. वहीं इस सीजन में कुल 74 बच्चों की जान जा चुकी है. सीडीसी के आंकड़ों के मुताबिक इस फरवरी के सप्ताह 11 हजार से भी ज्यादा मरीज इन्फ्लूएंजा वायरस से ग्रस्त हुए हैं और अस्पताल में जिंदगी मौत से जूझ रहे हैं. सीडीसी का कहना है कि जब तक इन्फ्लूएंजा वायरस फैल रहा है, तब तक 6 महीने और उससे अधिक उम्र के सभी लोगों को वार्षिक फ्लू का टीका लगवाना चाहिए.


क्या है इन्फ्लूएंजा वायरस?
इन्फ्लूएंजा एक वायरल श्वसन संक्रामक रोग है, जो इंसानों के श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है, जिसमें नाक, गला, फेफड़े इत्यादि शामिल होते हैं. यह बीमारी किसी के छींकने, खांसने या श्वसन बूंदों द्वारा आसानी से फैल सकती है. इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाला एक एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन है. इन्फ्लुएंजा A, B और C, इस वायरस के सबसे आम प्रकार हैं. इन्फ्लुएंजा ही लोगों को संक्रमित करता है. वैसे तो मौसम में ज्यादातर लोगों को इन्फ्लुएंजा A और B हो जाता हैं इसके काफी काबी घातक होते हैं. वहीं अगर बात करें इन्फ्लुएंजा C की, तो इसके लक्षण गंभीर नहीं होते हैं.


क्या हैं इन्फ्लुएंजा के लक्षण?
इन्फ्लुएंजा से ग्रस्त लोगों में बुखार या फिर हरारत होती है. इसके अलावा जरुरत से ज्यादा ठंड लगना, शरीर दर्द करना भी होता है. इन्फ्लुएंजा वायरस से संक्रमित मरीजों में खांसी और सिर दर्द की समस्या देखी गई है. बदलते मौसम में अगर गला खराब हो रहा है या फिर नाक बहना भी घातक हो सकता है. इसके अलावा अगर थकान हो रही है या फिर बच्चों में उल्टी दस्त जैसे लक्षण इन्फ्लुएंजा हो सकते हैं. 


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