नई दिल्ली: Summer 2024: अप्रैल खत्म होने को है, मई शुरू होने वाला है, लेकिन भयंकर गर्मी से लोग अभी परेशान हो गए हैं. कई जगहों पर तो पारा अभी से 45 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है. IMD ने पहले ही आगाह कर दिया था कि इस साल देश में भीषण गर्मी पड़ेगी. विश्व मौसम संस्थान (WMO) ने 2023 में ही अलर्ट जारी कर दिया था. WMO ने कहा था कि साल 2024 में जोरदार गर्मी पड़ेगी. साथ ही सूखा, जंगल में आग लगने की घटना भी बढ़ेगी. कई रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है कि 2024 अब तक का सबसे गर्म साल रहने वाला है.


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क्या है भीषण गर्मी का कारण 
बढ़ती हुई गर्मी का कारण 'अल नीनो' है. यह ENSO Climate Cycle का एक हिस्सा है. यह Equator Line पर पूर्व दिशा में चलने वाली गर्म हवाएं हैं. ये हवाएं प्रशांत महासागर के पानी और इसकी सतह को गर्म करती हैं. फिर यह पानी अमेरिका से एशिया की ओर आता है. जैसे-जैसे ये गर्म पानी आगे बढ़ता है, वैसे-वैसे गर्मी भी बढ़ने लगती है. अल नीनो हर दो से सात साल में होता है.


मई तक भयंकर गर्मी की स्थिति बनी रहेगी
IMD के डायरेक्टर डॉ. मृत्युंजय मोहपात्रा की मानें तो अल-नीनो की स्थिति मई तक बनी रह सकती है. इस कारण हीटवेव (लू )भी अधिक दिनों तक रहेगी. इसका लोगों के स्वास्थ्य और कृषि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. 


मॉनसून कमजोर होगा
अल-नीनो के कारण भारत के मौसम पर गहरा प्रभाव पड़ेगा. अल-नीनो से मॉनसून कमजोर होगा. देश में कम बारिश और सूखे जैसी स्थिति भी होती है. इसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर ही पड़ेगा. 


मई में नौतपा भी होगा
मई के महीने में नौतपा भी आने वाला है. इसका मतलब है कि 9 दिन भीषण गर्मी पड़ने वाली है. इन 9 दिनों की अवधि में सूरज और पृथ्वी के बीच की दूरी बहुत कम हो जाती है. यही कारण है कि सूरज की तपिश धरती पर बढ़ जाती है.


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