नई दिल्ली: Bolivia: सेंट्रल साउथ अमेरिकन देश बोलीविया में इन दिनों गजब हो रहा है. यहां जनता को बचाने वाली सेना ही खुद बेबस नजर आ रही है. बता दें कि इस देश में सैन्य ठिकानों पर हथियारबंद गुट ने कब्जा कर लिया है. वहीं हथियारों से लैस इस गुट ने 200 से ज्यादा सैनिकों को बंधक भी बना लिया है. बोलिवियाई सेना के मुताबिक हथियारंबद समूह सैन्यकर्मियों का अपहरण कर रहे हैं. वहीं इस ग्रुप ने सेंट्रल बोलिवियाई शहर कोचाबांबा के पास स्थित सैन्य ठिकानों से गोला-बारूद और सभी हथियार लूट लिए हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सैन्यकर्मी बनाए गए बंधक 
बोलीविया के विदेश मंत्रालय ने खुद इस घटना की पुष्टि की है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि देश में 200 से अधिक सैन्यकर्मी बंधक बनाए जा चुके हैं और वे हथियारबंद गुट के कब्जे में हैं. वहीं बोलीविया के राष्ट्रपति लुइस आर्क कैटकोरा का दावा है कि यह ग्रुप पूर्व राष्ट्रपति इवो मोरालेस से जुड़ा है, हालांकि उन्होंने अपने इस दावे को लेकरप कोई सबूत नहीं दिया है. वहीं मोरालेस की टीम ने भी अभी इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. 


सेना ने दी चेतावनी 
बोलीविया की सेना ने हथियारों से लैस इस गुट से तुरंत सेना के बैरकों को खाली करने की चेतावनी दी है. सेना ने जोरक देते हुए कहा कि अगर सैन्य ठिकानों से कब्जा नहीं हटाया गया और सेना को जवानों को नहीं रिहा किया गया तो इसे देश के साथ विश्वासघात माना जाएगा. 


राष्ट्रपतियों के बीच तकरार 
बता दें कि बोलीविया में 2025 के चुनाव से पहले पूर्व राष्ट्रपति मोरालेस और मौजूदा राष्ट्रपति लुइस आर्क के बीच काफी तीखी तकरार चल रही है. बीते कुछ दिनों पहले पूर्व राष्ट्रपति मोरालेस के समर्थकों ने देशभर के कई प्रमुख हाईवे पर नाकेबंदी की. पुलिस के मुताबिक इस नाकेबंदी में हिंसक सशस्त्र समूह शामिल हैं, जिनके चलते शहर के कुछ शहरों में भोजन-पानी और ईधन की कमी हो गई है. बता दें कि सरकार ने मोरालेस पर मानव तस्करी के आरोप लगाए हैं, जिसके बाद से उसके समर्थकों ने यह कदम उठाया है.   


ये भी पढ़ें- हिमाचल का एक गांव सदियों से नहीं बना रहा दिवाली, इसके पीछे है महिला का दिया हुआ ये 'शाप'


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.