शी चिनफिंग को `तीसरा कार्यकाल` मिलने से पहले बीजिंग में विरोध, कल से शुरू होगी कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं कांग्रेस
चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी का प्रमुख अधिवेशन रविवार से शुरू होगा, जिसमें नए शीर्ष अधिकारियों को नियुक्त करने का निर्णय लिया जाएगा. इसमें राष्ट्रपति शी चिनफिंग को रिकॉर्ड तीसरे कार्यकाल के लिए निर्वाचित किया जाना तय है.
नई दिल्लीः चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी का प्रमुख अधिवेशन रविवार से शुरू होगा, जिसमें नए शीर्ष अधिकारियों को नियुक्त करने का निर्णय लिया जाएगा. इसमें राष्ट्रपति शी चिनफिंग को रिकॉर्ड तीसरे कार्यकाल के लिए निर्वाचित किया जाना तय है.
तीन दशक पुराना मानदंड टूटेगा
चिनफिंग की इस नियुक्ति के साथ शीर्ष नेताओं की अधिकतम 10 साल तक नियुक्ति का तीन दशक पुराना मानदंड समाप्त हो जाएगा. चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की सप्ताह भर चलने वाली 20वीं कांग्रेस में चिनफिंग द्वारा निर्धारित मानदंडों और दिशानिर्देशों के तहत 2,296 ‘निर्वाचित’ प्रतिनिधि गुप्त बैठक में भाग लेंगे.
यह अधिवेशन तमाम विरोध प्रदर्शनों के बीच आयोजित किया जा रहा है. चिनफिंग (69) को छोड़कर, दूसरे नंबर के नेता प्रधानमंत्री ली केकियांग सहित सभी शीर्ष नेताओं को आने वाले दिनों में बड़े पैमाने पर फेरबदल का सामना करना होगा.
चीन को मिलेगा नया विदेश मंत्री
इस फेरबदल में निवर्तमान विदेश मंत्री वांग यी का स्थान कोई और लेगा. अधिवेशन से संबंधित प्रवक्ता सन येली ने शनिवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में स्थानीय और विदेशी मीडिया के चुनिंदा सवालों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस 16 से 22 अक्टूबर तक चलेगी.
तीसरे कार्यकाल पर नहीं की टिप्पणी
उन्होंने चिनफिंग के संभावित तीसरे कार्यकाल पर टिप्पणी किये बिना कहा कि इस अधिवेशन में प्रमुख सैद्धांतिक विचारों और स्थापित होने वाली रणनीतिक सोच को शामिल किया जाएगा तथा संशोधन के तहत पूरी तरह से चीनी संदर्भ और समय की मांग के अनुसार मार्क्सवाद को अपनाने में नवीनतम उपलब्धियों को भी समाहित किया जाएगा.
बीजिंग में दिखा सत्ता विरोधी पोस्टर
प्रत्येक पांच साल बाद होने वाले अधिवेशन से पहले गुरुवार को सोशल मीडिया में वायरल हो रहीं तस्वीरों में राजधानी बीजिंग के उत्तर-पश्चिम इलाके के चिनफिंग की अलोकप्रिय कोविड-रोधी नीति और सत्तावादी शासन का विरोध करते हुए एक बैनर दिखाई दे रहा था.
बैटरी से संचालित लाउडस्पीकर के जरिये कुछ जगहों पर चिनफिंग-विरोधी और अलोकप्रिय कोविड-रोधी योजना से जुड़े नारे लगाए जा रहे हैं. इस घटना के बाद, बीजिंग में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है.
कुछ इलाकों को किया गया बंद
रिपोर्ट के अनुसार, शहर के कुछ इलाकों को लगभग बंद कर दिया गया है और कई ओवरपास पर पुलिस तैनात की गई है. देश में बढ़ती बेरोजगारी पर चिंता और असंतोष के बीच पर्यवेक्षकों का कहना है कि पिछले 10 वर्षों में अधिकारियों के खिलाफ चिनफिंग के बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार-विरोधी कार्रवाई पर भी पार्टी में असंतोष बढ़ रहा है.
इनमें सेना के दंडित शीर्ष अधिकारियों सहित लाखों अधिकारी शामिल हैं. वर्ष 2012 में सत्ता संभालने के पहले दिन से ही चिनफिंग ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त अभियान शुरू किया था.
चिनफिंग ने उठाए भ्रष्टाचार विरोधी कदम
हांगकांग के समाचार पत्र ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ के पूर्व प्रधान संपादक वांग जियांगवेई ने कहा, ‘अगर पिछले एक दशक में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के उल्लेखनीय उदय की व्याख्या करने के लिए केवल एक ‘चश्मा’ होता, तो यह उनका भ्रष्टाचार-विरोधी अभियान होता.’
अधिवेशन से पहले 12 अक्टूबर को समाप्त हुई चार-दिवसीय तैयारी बैठक में चिनफिंग के सत्ता में बने रहने के मजबूत संकेत मिले हैं. इसमें लगभग 400 वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया.
चीन के संविधान में हो चुका है बदलाव
चिनफिंग की सत्ता में निरंतरता को सुनिश्चित करने के लिए, चीन के संविधान में 2018 में ही देश की संसद ‘नेशनल पीपुल्स कांग्रेस’ (एनपीसी) द्वारा संशोधन किया जा चुका है और राष्ट्रपति के लिए पांच साल के दो कार्यकाल के प्रतिबंध को हटा दिया गया है.
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