झुंझुनूं: 21 साल की लड़की को पढ़ाई समझ नहीं आयी तो काटा अपना गला
जयपुर एसएमएस अस्पताल के नर्सिंग के प्रथम वर्ष की छात्रा को पढ़ाई समझ नहीं आने के कारण उसने आत्महत्या का प्रयास किया.
झुंझुनूं: जयपुर एसएमएस अस्पताल के नर्सिंग के प्रथम वर्ष की छात्रा को पढ़ाई समझ नहीं आने के कारण उसने आत्महत्या का प्रयास किया. परिजनों के दबाव और गरीबी के चलते छात्रा मन से इतनी टूट चुकी थी कि उसने अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की. झुंझुनूं के खेतड़ी पहुंची छात्रा ने सुनसान जगह देख कर चाकू से अपने गले पर वार किये.
घायल हालत में लोगों ने जब छात्रा को देखा तो पुलिस को सुचना दी. मौके पर पहुंचे खेतड़ी नगर पालिका ईओ उदय सिंह और हेमंत वर्मा ने छात्रा को राजकीय अजीत अस्पताल पहुंचाया, जहां पर सर्जन रणजीत सिंह जाखड़ व अन्य डॉक्टरों की टीम ने छात्रा की जान बचाई.
एडिशनल एसपी मोहम्मद अयूब ने बताया कि एक छात्रा वार्ड नंबर 1 धोबी घाट में लहूलुहान स्थिति में पड़ी थी, जिसकी सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. मौके पर पहुंची पुलिस ने अधिकारीयों को मामले की जानकारी दी और छात्रा को गंभीर हालत में खेतड़ी अजीत अस्पताल में पहुंचाया.
एडिशनल एसपी मोहम्मद अयूब ने बताया कि 21 वर्ष की छात्रा गुड़िया सिवान पुर जिला बलिया उत्तर प्रदेश की रहने वाली है. छात्रा ने अपने बयान में कहा है कि मेरे पिता यूपी में खेती-बाड़ी करते हैं. मेरे चाचा मुझे पढ़ा रहे हैं. जयपुर एसएमएस अस्पताल में नर्सिंग प्रथम वर्ष की छात्रा हूं. मुझे पढ़ाई समझ में नहीं आ रही थी. मैं अपनी बहन के पास केकड़ी जा रही थी और गलती से बस में बैठकर खेतड़ी आ गई. मुझे पढ़ाई समझ में नहीं आने के कारण घरेलू चाकू से मैंने मेरा गला काट लिया. मुझे किसी ने डराया धमकाया नहीं है ना ही इसमें किसी की गलती है.
डॉक्टरों से मिल रही जानकारी के अनुसार अब छात्रा की स्थिति में सुधार है और अस्पताल में भर्ती किया गया है. छात्रा से पूछताछ की जा रही है जैसे ही परिजनों का पता लगेगा सूचित कर दिया जाएगा.