Chandigarh Artificial Finger Print Crime News in Hindi: पिछले कई महीनों से चंडीगढ़ में भर्ती परीक्षा देने के लिए गैरकानूनी तरीकों के इस्तेमाल के मामलों में काफी बढ़ोतरी हो रही है. इसी के तहत फायरमैन, कांस्टेबल और एएसआई की भर्ती में ऐसे कई मामले पाए गए हैं. हाल ही में 27 अगस्त को 44वीं एएसआई भर्ती परीक्षा के दिन, परीक्षा केंद्र में सुरक्षा दे रहे अधिकारियों ने एक ऐसे व्यक्ति को पकड़ा था जो परीक्षा देने के लिए आर्टिफीसियल फिंगर प्रिंट्स का उपयोग कर रहा था.


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आरोपी अमित दिल्ली में एक कोचिंग सेंटर चलाता है. अमित ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में रहने वाले आनंद के साथ उसकी जगह एग्जाम देने के लिए दो लाख रुपए का सौदा किया था. अमित ने गोंद के माधयम से आनंद के फिंगरप्रिंट्स की एक पतली परत को अपने अंघूठे पे चढ़ा दिया था और आरोपी अमित ने आनंद के जैसे दिखने के लिए अपने सिर पर विग भी पहन ली थी. 


इस एग्जाम में सिक्योरिटी की ज़िम्मेदारी डीएसपी जसविंदर कौर और उनकी टीम को दी थी. इस दौरान एग्जामिनेशन सेंटर के चारों तरफ लगभग 100 मुलाज़मों की टीम ने कड़ी सुरक्षा का बंदोबस्त भी किया था. सेंटर में सिग्नल जैमर भी लगाए गए थे और मेन गेट से सीट तक जाने के लिए एक कैंडिडेट को कई बायोमेट्रिक स्कैन्स से भी गुजरने पड़ा था. 


हालांकि फिर भी अमित ने आर्टिफीसियल फिंगर प्रिंट्स और एक विग के ज़रिए इन सब सुरक्षा प्रभंदनों को मात दी और सीट पर पहुंच कर एग्जाम देने में सफल रहा. 


सिर पर विग पहनने से वहां ड्यूटी दे रहे कर्मचारियों को उस पर शक हुआ और उन्होंने शक के आधार पर अमित को गिरफ्तार भी कर लिया। गिरफ़्तारी के बाद जांच करने पर पता चला कि आरोपी अमित ने आर्टिफीसियल फिंगर प्रिंट्स और विग के माध्यम से ईरफ़ोन को भी एग्जामिनेशन सेंटर ले आया था. लिहाज़ा अमित को एग्जाम पूरा होने से पहले ही पकड़ लिया गया था.


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