Chandigarh Traffic Lights Time Skip System News in Hindi: 'द सिटी ब्यूटीफुल' यानी चंडीगढ़ में ट्रैफिक एक समस्या बनती जा रही है. इसके मद्देनज़र चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा कई उपराले भी लिए गए हैं लेकिन फिर भी ट्रैफिक का दबाव बना हुआ है. गौरतलब है कि पीक आवर्स, यानी कि ऑफिस शुरू और बंद होने के समय, ट्रैफिक सिग्नल्स पर लंबी रेड लाइट देखने को मिलती है. हालांकि इस समयसा का हल करने के लिए चंडीगढ़ का इंटीग्रेटेड सिटी कमांड कंट्रोल सेंटर (ICCC) एक नया कदम उठाने जा रहा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक एडैप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम (एटीसीएस) पर एक रिसर्च की गई जिसके तहत 3बीआरडी लाइट प्वाइंट को मॉडल के रूप में इस्तेमाल किया गया जहां वाहनों के कंजेशन को चेक किया गया. यह रिसर्च तकरीबन एक माह महीने तक चली और इस दौरान ट्रैफिक के दबाव को देखते हुए चौक की लाइटों के टाइमर को मैनेज किया गया. इसके तहत लोगों को कम समय के लिए लाइटोें पर रुकना पड़ा. 


इस पहल को नाम दिया गया है ‘टाइम स्किप'. बता दें कि पूरे भारत में चंडीगढ़ पहला ऐसा शहर है जो 'टाइम स्किप' सिस्टम का प्रयोग कर रहा है. बताया जा रहा है कि इस सिस्टम को चंडीगढ़ के 40 और चौराहों पर ट्रायल पर लगाया गया है. 


Chandigarh Traffic Lights Time Skip System News in Hindi: क्या है टाइम स्किप सिस्टम?


रिपोर्ट के मुताबिक आईसीसीसी द्वारा लाइट प्वाइंट्स पर सेंसर लगाए गए हैं. यह सेंसर चारों दिशाओं से आ रही गाड़ियों के दबाव को एडैप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम (एटीसीएस) तक पहुंचाने का काम करता है. 


आसान भाषा में कहें तो अगर किसी दिशा से गाड़ियों का दबाव बिल्कुल नहीं है, लेकिन फिर भी उस दिशा की ग्रीन लाइट 30 सेकंड तक की है और वहीं दूसरी ओर गाड़ियों की लाइन लगी है लेकिन रेड सिग्नल लंबा है तो ऐसे में सेंसर एटीसीएस को सिग्नल देगा और फिर यह सिस्टम खाली रोड वाले टाइमर को स्किप करके 27 सेकंड के बाद अचानक 5 सेकंड पर ले आएगा. इस तरह दूसरी ओर रेड लाइट के टाइम को कम करके गाड़ियां निकाल दी जाएंगी. 


यह भी पढ़ें: Hanuman Ji: मंगलवार को जरूर पढ़ें हनुमान जी की ये आरती, घर से संकट होंगे दूर!


Chandigarh Traffic Lights Time Skip System News in Hindi: टाइम स्किप सिस्टम का फायदा


बताया जा रहा है कि इस सिस्टम के कारण एक महीने में 25 लाख रुपए का तेल बचाया गया जबकि रोजाना 11 प्रतिशत अधिक वाहन गुजरे. 61 टन ग्रीनहाउस गैसों को वायुमंडल में जाने से रोका गया. 


यह भी पढ़ें: CBSE Board Exam: 2024 के लिए सीबीएससीई ने जारी की 10वीं और 12वीं एग्जाम की डेट