मनोज जोशी/चंडीगढ़: पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सरदार बेअंत  सिंह के हत्या आरोपी खालिस्तानी आतंकी जगतार सिंह हवारा को चंडीगढ़ जिला अदालत में दूसरे मामले में भी बरी कर दिया है.  पुलिस इस मामले में भी कोई पुख्ता सबूत पेश नहीं कर पाई. पुलिस की तरफ से जो गवाह बनाया गया था उसकी मौत हो चुकी है.  इस कारण आतंकी को बरी कर दिया गया है. 


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आतंकी जगतार सिंह हवारा पर बहुत से केस चलते हैं. उनमे से ये भी एक केस है जिसमें वह बरी हुआ है. पिछले हफ़्ते भी चंडीगढ़ जिला अदालत की ओर से एक केस में बरी किया गया था. वह पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के आरोप में उमर क़ैद की सज़ा काट रहा है.


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बता दें, 2005 में चंडीगढ़ के सेक्टर 17 पुलिस स्टेशन में हवारा के खिलाफ देश के खिलाफ साजिश रचने, आर्म्स एक्ट और विस्फोटक पदार्थ के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. आतंकी जगतार सिंह हवारा को चंडीगढ़ पुलिस ने 11 जुलाई 2005 को अपने साथी समीर मल्लाह उर्फ टोनी के साथ गिरफ्तार किया था. 


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पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तारी के समय दोनों से RDX बरामद किया था. यह भारत सरकार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए खालिस्तान गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे थे. पुलिस ने खुफिया सूत्रों से जानकारी मिलने पर दोनों को गिरफ्तार किया था. इसमें आरोपी समीर, जोगदास उर्फ जोगा और जोगिंदर सिंह को पहले ही दोषी करार दिया जा चुका है.