Dharamshala News: हिमाचल प्रदेश में तीसरी से पांचवीं कक्षा में एक बार फिर से बड़ा बदलाव किया गया है. अब एक शैक्षणिक सत्र के बाद ही संस्कृत विषय को कक्षाओं से हटा दिया गया है.  इसके चलते अब प्रदेश के सरकारी स्कूलों में तीसरी से पांचवीं कक्षा के छात्र नए शैक्षणिक सत्र से संस्कृत विषय को नहीं पढ़ पाएंगे. संस्कृत विषय को स्कूलों में न पढ़ाए जाने के लिए राज्य सरकार व शिक्षा निदेशालय की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है. 


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इसके चलते अब प्रदेश शिक्षा बोर्ड की ओर से संस्कृत की किताबों की छपवाई भी नहीं की गई है और न ही स्कूलों में भेजी गई है.  वहीं बोर्ड की ओर से पिछले वर्ष एक सत्र की प्रिंट की गई संस्कृत विषय की किताबों को स्कूलों के पुस्तकालयों में रखने का निर्णय लिया है. वहीं संस्कृत विषयों को स्कूलों से एक ही सत्र में हटाए जाने का सबसे बड़ा कारण शिक्षकों की उपलब्धता न होना बताया जा रहा है. 


प्रदेश के सभी राजकीय विद्यालय में बोर्ड की ओर से शैक्षणिक सत्र 2023-24 में हिमाचल की दूसरी राजभाषा को बढ़ावा देने के लिए तीसरी कक्षा से पांचवीं कक्षा तक के छात्रों को संस्कृत विषय को लगाया गया था, लेकिन यह योजना सफल नहीं हो सकी और एक साल के बाद ही संस्कृत विषय को बंद करना पड़ा. 


जानकारी के अनुसार, संस्कृत को पढ़ाने के लिए शिक्षक न होने से विषय को बंद करने के लिए सरकार की ओर से नोटिफिकेशन जारी की गई है. इतना ही नहीं पूर्व के सत्र में न ही बोर्ड की ओर से संस्कृत विषय के प्रश्न पत्र प्रिंट छपवा कर स्कूलों में वार्षिक परीक्षाओं के लिए भेजे गए गए थे. जिसके बाद स्कूलों में शिक्षकों ने खुद ही प्रश्र पत्र बनाकर छात्रों की वार्षिक परीक्षाएं ली थी. 


गौरतलब है कि प्रदेश में सभी राजकीय स्कूलों में स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से तीसरी कक्षा से संस्कृत विषय को लगाया गया था, जिसके बाद अब इसको बंद करने की नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है. उधर, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि प्रदेश के सभी स्कूलों में संस्कृत विषय को बंद करने की नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है, जिसके बाद अब स्कूलों में तीसरी से पांचवीं कक्षा तक के छात्रों को संस्कृत विषय नहीं पढ़ाया जाएगा. 


रिपोर्ट- विपिन कुमार, धर्मशाला