Prayagraj students protest: प्रयागराज में छात्रों द्वारा लंबे समय से की जा रही मांगों और विरोध प्रदर्शनों को आखिरकार सफलता मिली है. छात्रों की प्रमुख मांग थी कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 को एक ही दिन में आयोजित किया जाए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए आयोग को छात्रों के साथ संवाद और समन्वय बनाकर आवश्यक निर्णय लेने के निर्देश दिए. इस पहल के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने परीक्षा को एक दिन में आयोजित करने का निर्णय लिया है.


प्रदर्शनकारी छात्रों को बड़ी सफलता मिली


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसके अलावा, आरओ/एआरओ (प्रा.) परीक्षा 2023 के संबंध में भी एक समिति का गठन किया गया है. यह समिति सभी आवश्यक पहलुओं का मूल्यांकन कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट जल्द ही प्रस्तुत करेगी.


UPPSC ने उनकी प्रमुख मांगों को मान लिया


इसका मतलब साफ है कि प्रयागराज में प्रदर्शनकारी छात्रों को बड़ी सफलता मिली है. UPPSC ने उनकी प्रमुख मांगों को मान लिया है. एक तरफ PSC और RO/ARO परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं. साथ ही दूसरी तरफ PSC परीक्षा को एक ही शिफ्ट में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. छात्रों द्वारा सोमवार से शुरू किया गया धरना-प्रदर्शन आखिरकार रंग लाया है.


लगातार 4 दिन से चल रहा आंदोलन 


इससे पहले अभ्यर्थियों के आंदोलन के चौथे दिन गुरुवार को धरनास्थल पर कथित अराजक तत्वों की घुसपैठ पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें हिरासत में लिया. पुलिस उपायुक्त (नगर) अभिषेक भारती ने बताया कि लोक सेवा आयोग के समक्ष अभ्यर्थी आंदोलन कर रहे हैं. 50-60 अभ्यर्थियों के बीच आपराधिक प्रवृत्ति के कुछ लोग घुस गए और प्रशासन से संवाद कर रहे अभ्यर्थियों को रोकने का प्रयास किया. उन्होंने बताया कि ये अराजक तत्व, आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों को भड़काने का भी प्रयास कर रहे थे. पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया है. किसी भी अभ्यर्थी को हिरासत में नहीं लिया गया है.


इसे भी पढ़ें- सरकार झुकी पर छात्र अभी भी अड़े, जानिए किन मांगों पर अभी भी फंसा है पेंच?