Surjit Patar Famous Books: पंजाब के प्रसिद्ध कवि सुरजीत पातर का निधन आज सुबह हो गया. बताया जा रहा है कि कल शाम तक उनकी तबियत बिलकुल ठीक थी लेकिन जब सुबह देखा था वो उठे ही नहीं. इन्होने अपनी आखरी सांस लुधियाना में ली. इनका जन्म जालंधर के गांव पतड़ कलां, पंजाब में हुआ था. 


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केंद्र सरकार ने पद्मश्री से नवाजा
साल 2012 में इन्हें केंद्र सरकार ने पद्मश्री से नवाजा. अपने जीवनकाल में बहुत सी उच्च कोटि की पुस्तकें और कवितायें इन्होने लिखी. ये कुछ किताबें है जो उन्होंने लिखी  "लफ़ज़ा दी दरगाह" सहित बहुत सारी है...


Surjit Patar Famous Books ये हैं उनकी कुछ फेमस किताबें-  


Lafzan Di Dargah(लफ़ज़ा दी दरगाह)
Patjhar Di Pazeb
Surzameen
Birkh Arz Kare
Hawa Vich Likhe Harf, (हवा विच लिखे हर्फ)
Suraj mandal diya paudiya
Suraj Mandar Dian Pourian
Sadi Dian Tarkalan
Chann Suraj Dee Venhgi
Eh Banda Ki Hunda 
Haneray vich sulagdi varanmala (हनेरे विच सुलगदी वर्णमाला)
Saio ni maim anta hina tarakalam: Loraka de nataka Yarama da Panjbi rupa
Shahira mere di pagala aurata,
Andhere Mein Sulagti Varnmala


इसके साथ ही इन्होंने फेडेरिको गार्सिया लोर्का की तीन त्रासदियों , बर्टोल्ट ब्रेख्त,  गिरीश कर्नाड के नाटक नागमंडला और पाब्लो नेरुदा की कविताओं का पंजाबी में ट्रांसलेट किया है.


जानें सुरजीत पातर के पुरस्कार और उपलब्धियां  (Surjit Patar Achievments)


- कई पुरस्कार इन्होने अपने नाम किए जिसमें शामिल है 
 -1993 का  साहित्य अकादमी पुरस्कार
- 2007 का आनंद काव्य सम्मान
 -1979 में पंजाब साहित्य अकादमी पुरस्कार
- 2009 का सरस्वती सम्मान 
- गंगाधर राष्ट्रीय कविता पुरस्कार


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