रोहित कुमार/हिसार: तीनों कृषि कानून को रद्द करवाने में सहभागिता दिखाने वाले और शहीद किसानों के परिजनों को सम्मानित करने के लिए किसान सभा हिसार में सम्मेलन करेगी. सभा के पदाधिकारियों ने इसकी तैयारियां शुरु कर दी हैं. साथ ही किसान नेताओं ने जलभराव की समस्या को लेकर हिसार प्रशासन को आड़े हाथ लिया हैं.


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दिल्ली बॉर्डर पर धरना देकर तीनों कृषि कानून रद्द करवाने के लिए चली 1 साल की लंबी लड़ाई में जिस भी किसान ने अपनी प्राणों की आहुति दी. ऐसे किसान के परिजनों को अब हिसार में 1 जनवरी को अखिल भारतीय किसान सभा की तरफ से सम्मानित किया जाएगा. किसान नेताओं ने हिसार में बकायदा इसके लिए बैठक कर ड्यूटियां सुनिश्चित की हैं.


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हिसार के लघु सचिवालय के नजदीक यह बैठक हुई, जिसमें हिसार जिला की कार्यकारिणी भी मौजूद रही. किसान नेताओं ने कहा कि बैठक में कई अन्य पहलुओं पर भी मंथन हुआ हैं, जिसमें मुख्यत: किसानों ने जलभराव की वजह से रबी की फसल बिजाई ना हो पाने को लेकर भी पुख्ता तौर पर चर्चा हुई. किसान नेता शमशेर सिंह ने बताया कि 18 गांवों में 15 हजार एकड़ से ज्यादा भूमि जलमग्न होने के कारण किसानों की फसलों की बिजाई नहीं हो पाई. किसान नेताओं ने कहा कि सरकार को चाहिए कि किसानों को इसके लिए मुआवजा जारी करे, साथ ही उन्होंने पिछले साल के खराब मुआवजे की भी मांग की.