Adbhut Himachal: एक ऐसी रहस्यमयी गुफा, जहां पूरी होती थी हर मनोकामना, एक समय पर देती थी घी और बर्तन
Adbhut Himachal Ki Sair: हिमाचल प्रदेश में कई रहस्यमयी जगह हैं, जिन्हें लेकर कई तरह के कहानी किस्से प्रचलित हैं जिनके बारे में आज तक कोई जान भी नहीं पाया है. ऐसी ही एक रहस्यमयी गुफा के बारे में हम आपको यहां बताने जा रहे हैं, जिसकी दीवारों से घी टपकने की बात कही जाती है.
Adbhut Himachal Ki Sair: हिमाचल प्रदेश अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए विश्वविख्यात है. यहां ऐसी कई जगह हैं जहां घूमकर आपको अच्छा लगेगा. इतना ही नहीं यहां कई घार्मिक स्थल भी हैं. यही वजह है कि हिमाचल प्रदेश घूमने के लिए पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है, लेकिन यहां कई रहस्यमयी जगह भी हैं, जिन्हें लेकर कई तरह के किस्से और कहानियां हैं. 'अद्भुत हिमाचल की सैर' में आज हम आपको एक ऐसी ही जगह के बारे में बताने जा रहे हैं.
गुफा से टपकता था घी
दरअसल छोटी काशी कहे जाने वाले मंडी जिला के सुंदर नगर में एक ऐसी गुफा है, जिसकी दीवारों से घी टपकने की बात कही जाती है. जी हां, ये सुनकर आपको हैरानी जरूर हो रही होगी, लेकिन इस बात में कितनी सच्चाई है, इसके बारे में आज तक कोई नहीं जान पाया. बता दें, इस गुफा को 'बेताल की गुफा' कहा जाता है.
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शादी के लिए बर्तन भी देती थी गुफा
कहा जाता है कि एक समय ऐसा था जब इस गुफा की दीवारों से 24 घंटे घी टपकता था और लोग गुफा से मांगकर डिब्बे में भरकर घी अपने घर ले जाते थे. इतना ही नहीं अगर किसी के घर में विवाह या कोई दूसरा कार्यक्रम होता था और वह इस गुफा से बर्तन मांगता तो यह गुफा उसे बर्तन भी देती थी. इसके बाद जब कार्यक्रम खत्म हो जाता था तो लोग उन बर्तनों को वापस गुफा के बाहर रख देते और देखते ही देखते ये बर्तन अदृश्य हो जाते थे. कहा जाता है कि यह गुफा चमत्कारों से भरी है. एक समय पर इस गुफा से मांगी गई हर मनोकामना पूरी होती थी.
घी टपकना क्यों हुआ बंद
कहा जाता है कि एक बार एक चरवाहा अपने पशुओं को गुफा के पास चरा रहा था और उसे पशु चराते-चराते रात हो गई, जब उसे भूख लगी तो वह गुफा के पास बैठकर गुफा से टपकने वाले घी को अपनी रोटी पर लगाकर खाने लगा, जिसके बाद यहां से घी टपकना बंद हो गया. लोगों का कहना है कि चरवाहा के इस तरह रोटी खाने से घी जूठा और अपवित्र होकर टपकना बंद हो गया.
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गुफा ने बर्तन देना क्यों किया बंद
वहीं गुफा से मिलने वाले बर्तनों को लेकर कहा जाता है कि गुफा ने एक बार किसी के घर में कार्यक्रम के लिए बर्तन दे दिए, लेकिन उस परिवार के लोगों ने उन बर्तनों को वापस नहीं किया, जिसके बाद से गुफा ने बर्तन देना बंद कर दिया.
(Disclaimer: यहां दी गईं जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. जी न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता.)
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