Nurpur News: कृषि व पशु पालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार कृषि क्षेत्र के समग्र विकास के लिए प्रयत्नशील है, जिसके लिए ''हिम उन्नति'' तथा ''हिम गंगा'' जैसी महत्वकांक्षी योजनाएं चलाई जा रही है. यह जानकारी उन्होंने आज सोमवार को विधानसभा क्षेत्र के तहत भरमाड़ तथा भगवाल में 1 करोड़ 40 लाख रुपए की लागत से निर्मित दो ट्यूबवेल का उद्धघाटन करने के उपरांत जनसभा को संबोधित करते हुए दी. 


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उन्होंने बताया कि इन ट्यूबवेल के लगने से इस क्षेत्र के 76 किसानों की लगभग 33 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी. कृषि मंत्री ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में हर खेत तक पानी पहुंचाने के लिए जलशक्ति विभाग तथा जाइका के माध्यम से नलकूपों का जाल बिछाया जा रहा है.  उन्होंने बताया कि जल शक्ति विभाग द्वारा ज्वाली विधानसभा क्षेत्र में लगभग 34 ट्यूबवेल लगाए जा रहे हैं. 


उन्होंने बताया कि "जाइका" फसल विविधीकरण प्रोत्साहन योजना के तहत ज्वाली विधानसभा क्षेत्र में 14 सिंचाई परियोजनाएं संचालित होंगी. जिससे क्षेत्र की 620 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा मिलेगी. उन्होंने बताया कि इन सभी परियोजनाओं की डीपीआर बन चुकी है. जिस पर शीघ्र ही कार्य आरंभ कर दिया जाएगा. 


उन्होंने कहा कि इन सभी सिंचाई परियोजनाओं के बनने से यहां की जमीन को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा और किसानों को अपनी खेती के ढांचे में बदलाव लाने तथा उनकी आर्थिकी मजबूत बनाने में वरदान साबित होंगी. 


कृषि मंत्री ने किसानों को पशुधन रखने के साथ प्राकृतिक खेती अपनाने का आह्वान किया. जिसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा "हिम गंगा" योजना शुरू की गई है. जिसके तहत राज्य सरकार किसानों से गाय तथा भैंस का दूध 80 तथा 100 रुपए में खरीद करेगी. 


इसके साथ कृषि क्षेत्र के समग्र विकास के लिए हिम उन्नति योजना के अंतर्गत क्षेत्र विशेष क्षमता के अनुरूप दालों, सब्जियों, फूलों, फलों, नगदी फसलों
के क्लस्टर बनाये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि क्लस्टर आधारित कृषि से खेती का ढांचा बदलने से किसानों की आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी.


उन्होंने कहा कि पुराने समय की अपेक्षा आज के मशीनी युग में कृषि करना बहुत आसान है. उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों को सही मार्गदर्शन और आर्थिक सहायता पहुंचाने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं जिनका फायदा लेकर किसान अपनी आर्थिकी सुदृढ़ कर सकते है. इसके पश्चात, कृषि मंत्री ने लोगों की समस्याओं को सुना तथा उनका निवारण किया. इससे पहले, जल शक्ति विभाग के अधिकारियों ने कृषि मंत्री को चंबा थाल देकर सम्मानित किया.