Dharamshala News: शुक्रवार को नगरोटा के विधायक व हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आर.एस.बाली ने ई.डी. व आई.टी. एजेंसियों की रेड एक दिन बाद धर्मशाला में पत्रकार वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत 2020 से अब तक फोर्टिस कांगड़ा में 22 मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की गई है. 


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उन्होंने कहा आयुष्मान भारत योजना के तहत उनके स्वास्थ्य संस्थान में 22 मरीजों के स्वास्थ्य की जांच हुई है तथा उसमें 4 लाख 85 हजार 500 रुपए का खर्चा मरीजों पर किया गया है. आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत गरीब व जरूरतमंद मरीजों का इलाज होता है. लोगों के टैक्स के पैसे से यह योजना चल रही है. किसी मरीज के साथ धोखाधड़ी होना बहुत संगीन मामला है.


अगर किसी अस्पताल ने धोखाधड़ी की है, तो जांच होना बहुत जरूरी है और उस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. इसमें कुछ भी राजनीति से प्रेरित नहीं है. इसी कड़ी में कांगड़ा समेत हिमाचल के अलग-अलग जगह यह छापामारी हुई.  बाली ने कहा कि कांगड़ा के अंतर्गत हमारा एक भवन है, जिसे फोर्टिस कंपनी को अस्पताल चलाने के लिए पिछले 13 सालों से दिया हुआ है. 


ई.डी. की टीम मरीज से संबंधित रिकॉर्ड लेने के लिए यहां आई थीं. मरीजों के फोन नंबर, आधार कार्ड, पेन नंबर समेत जो-जो जानकारी ई.डी. के अधिकारियों ने मांगीं थी. वह प्रत्येक जानकारी उन्हें उपलब्ध करवाई गई हैं. बाली ने कहा कि घर पर राशन समेत अन्य जरूरतें पूरा करने के लिए जितना पैसा चाहिए होता है. उतना ही पैसा उनके आवास पर भी रहता है तथा इसके अलावा सारे भुगतान बैंक चैक से होते हैं. 


इसके अलावा जांच एजेंसियों को कुछ भी बरामद नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि उनके स्वर्गीय पिता की जयंती पर आयोजित बाल मेले के 2 दिन बाद ही ई.डी. की जब उनके आवास पर रेड हुई, तो उस दौरान वह अपनी पत्नी और बेटे के साथ मैक्लोडगंज और बैजनाथ में छुट्टियां बीता रहे थे. घर से सूचना मिलने पर वापस कांगड़ा अपना आवास पर लौट आए. सूचना मिलने के बाद जांच में सहयोग के इरादे से घर पहुंचा और अपना नैतिक धर्म निभाया है. 


रिपोर्ट- विपिन कुमार, धर्मशाला