Kullu News: हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार में लोक निर्माण विभाग के द्वारा सड़कों से मलबा हटाने के नाम पर लगाए गए टेंडर में घोटाला किया गया है. साथ ही सरकारी अफसर तथा कांग्रेस नेताओं की मिली भगत से यह घोटाला 14 करोड़ रुपए का हुआ है.  ऐसे में इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए. 


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ढालपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी ने कहा कि लोक निर्माण विभाग बंजार डिवीजन में मार्च 2023 से लेकर जुलाई 2024 तक लोक निर्माण विभाग ने 1809 टेंडर लगाएं, जिसमें से 511 टेंडर रिन्यूएबल ऑफ सलिप्स अर्थात मलबा हटाने के लिए लगाए गए. 


उन्होंने कहा कि 14 करोड़ की राशि को खर्च करने के लिए जेसीबी 1400 घंटे के हिसाब से भी कम है, तो बंजार की सभी सड़कों में 1 साल तक लगातार जेसीबी काम करती हुई नजर आनी चाहिए थी. उन्हें कहा कि हकीकत में ऐसा नहीं हुआ क्योंकि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के द्वारा फ्रॉड टेंडर लगाए गए और कांग्रेस के चहेते लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए अधिकारियों के द्वारा बहुत बड़ा घोटाला किया गया. 


उन्होंने कहा कि ऐसे में सरकार इस घोटाले को लेकर उच्च स्तरीय न्यायिक जांच करवाएं और जिन अधिकारियों ने इसमें गड़बड़ी की है. उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग यह भी बताएं कि 14 करोड़ रुपए की राशि से जो बंजार डिवीजन में मलबा हटाने के बाद हजारों मीट्रिक टन मलबा कहां रखा गया.


विधायक सुरेंद्र शौरी ने कहा कि पूर्व की जयराम ठाकुर की सरकार में मलबा हटाने के लिए भी इतनी राशि 5 साल में खर्च नहीं की गई. जितनी राशि कांग्रेस की सरकार डेढ़ साल में खर्च की है. इसके अलावा बंजार लुहरी सड़क की हालत भी खराब है, लेकिन विभाग व सरकार कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है. ऐसे में 14 करोड़ रुपए के घोटाले की सरकार को जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच करनी चाहिए.