Nitish Kumar के विधानसभा में शर्मनाक बयान पर शिमला में BJP महिला कार्यकर्ताओं ने फूंके पोस्टर
CM Nitish Kumar News: बिहार के मुख्यमंत्री के बयान पर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर पोस्टर फूंके. वहीं, नीतीश कुमार के इस्तीफे की कड़ी मांग की.
Shimla News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जनसंख्या नियंत्रण को लेकर पटना विधानसभा में दिए गए बयान को अत्यंत शर्मनाक बताते हुए गुरुवार को शिमला में सड़कों पर उतरकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया.
Himachal Weather Update: हिमाचल में मौसम का बदला मिजाज, कहीं बारिश तो कहीं बर्फबारी
भाजपा महिला मोर्चा ने नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री के पोस्टर फूंके. उपायुक्त कार्यालय के समीप किए गए प्रदर्शन के दौरान भाजपा महिला मोर्चा ने बिहार के मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
भाजपा की प्रदेश सचिव डेज़ी ठाकुर ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री ने संविधान के मंदिर में महिलाओं के लिए जिस प्रकार की निर्लज भाषा का प्रयोग किया है. उसकी भाजपा महिला मोर्चा भर्त्सना करती है. उन्होंने कहा कि इस प्रकार की भाषा का उपयोग करने वालों को ऐसे प्रतिष्ठित पद पर बैठने का अधिकार नहीं है.
उन्होंने कहा कि ऐसी सोच रखने वाले महिलाओं के सम्मान में क्या कार्य करेंगे. उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण पर जिस प्रकार की भाषा का उन्होंने इस्तेमाल किया है. वह भाषा कोई इस्तेमाल नहीं कर सकता हैं. इससे केवल महिलाएं ही नही पूरा भारतवर्ष क्रोधित है. इस प्रकार के व्यक्तियों को किसी भी जगह का प्रतिनिधित्व करने का कोई हक नहीं है.
उनकी क्षमा कबूल नहीं है. उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के व्यक्तियों को इस प्रकार के संवेदनशील पद पर रहने का हक नहीं है. उन्होंने कहा कि जो गठबंधन के नेता झंडा लेकर घूम रहे हैं. वर्तमान सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए भांति-भांति का खेल रहे हैं. उन गठबंधन के नेता ने विधानसभा के अंदर, जिस सभा में माता-बहनें मौजूद थीं कोई कल्पना नहीं कर सकता है कि ऐसी भाषा का प्रयोग कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं गठबंधन का एक भी नेता माता-बहनों पर दिए गए बयान के खिलाफ एक शब्द बोलने के लिए तैयार नहीं है.
वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि महिलाओं पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले नीतीश कुमार को बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए और स्वेच्छा से त्यागपत्र दे देना चाहिए.