दीवाली पर बिलासपुर बाजार में दिखी चहल पहल, मिट्टी के बर्तन व दियों की लोगों ने जमकर की खरीददारी
Diwali 2024: दीवाली पर्व पर बिलासपुर शहर के मुख्य बाजार में चहल पहल दिखी. ऑनलाइन शॉपिंग, मॉल व फोरलेन निर्माण के बाद शहर से कनेक्टिविटी ना होने के चलते दुकानदारों की आमदनी पर असर पड़ा, तो मिट्टी के दिये व बर्तनों की बिक्री में इजाफा हुआ.
Bilaspur News: असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक दीपावली पर्व की जहां देशभर में धूम देखने को मिल रही है तो साथ ही देवभूमि हिमाचल प्रदेश में भी दीवाली के त्योहार को लेकर लोग काफी उत्साहित हैं. एक ओर दीवाली पर्व पर बच्चे व युवा पटाखे जलाकर जश्न मनाते हैं, तो वहीं, महिलाएं बाजारों में जमकर शॉपिंग कर घरों की साज सज्जा व मिट्टी के दिये व मोमबत्ती खरीद रही हैं.
वहीं, बात करें बिलासपुर शहर की तो दीवाली के अवसर पर मुख्य बाजार में चहल पहल देखने को मिल रही है और लोग समान खरीदने के लिए बाजार का रुख कर रहे हैं. वहीं स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि ऑनलाइन शॉपिंग, मॉल व किरतपुर-नेरचौक फोरलेन मार्ग की बिलासपुर शहर से कनेक्टिविटी ना होने का सीधा असर उनकी दुकानदारी पर पड़ रहा है.
बीते वर्षों के मुताबिक, इस बार बाजार में कम रौनक देखने को मिली है, जिससे दीवाली पर्व पर उनकी आमदनी कम हुई है. वहीं, बीते 24 वर्षों से मिट्टी के दिये व बर्तन बेचने का काम कर रहे संजीव कुमार ने कहा कि इस बार भी दीवाली पर उनकी अच्छी बिक्री हुई है और स्थानीय लोग लोकल फ़ॉर वोकल को प्रमोट करते हुए मिट्टी के रंग बिरंगे दिए, मूर्तियां व बर्तन जमकर खरीद रहे हैं.
वहीं स्थानीय ग्राहकों का कहना है कि दीपों का त्योहार दीपावली के पर्व पर मिट्टी के दिए, बर्तन व मूर्तियां खरीदना काफी शुभ होता है और ऑनलाइन शॉपिंग के बजाए स्थानीय दुकानदारों से ही समान की खरीददारी करनी चाहिए ताकि स्थानीय दुकानदारों की आय भी बढ़ सके और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके.
रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर