Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के स्वारघाट उपमंडल के तहत खाल टिब्बा गांव के लोगों के लिए पक्की सड़क सुविधा ना होने के चलते ग्रामीण महिलाओं द्वारा बीमार मरीज को चारपाई में उठाकर पक्की सड़क तक ले जाने का वीडियो सामने आया था. जिसको लेकर ज़ी पंजाब हरियाणा हिमाचल न्यूज़ चैनल पर खबर को प्रमुखता से दिखाया गया था. 


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वहीं खाल टिब्बा के ग्रामीणों का आरोप था कि काफी समय से उनके गांव के लिए कच्ची सड़क होने के चलते किसी ही मरीज को चारपाई पर उठाकर पहले पक्की सड़क तक ले जाना पड़ता है और उसके बाद मरीज एंबुलेंस व निजी वाहन के जरिए अस्पताल तक पहुंच पाता है. 


साथ ही ग्रामीणों का कहना था कि बरसात के दौरान कच्ची सड़क पर इतनी फिसलन हो जाती है कि उस पर चल पाना भी मुश्किल हो जाता है, जिसके संबंध में प्रदेश सरकार व पंचायत प्रतिनिधियों सहित प्रशासन को कई बार जानकारी दी गई थी, बावजूद इसके अभी तक यह सड़क पक्की नहीं हो पायी है. साथ ही ग्रामीणों ने सड़क पक्की ना होने पर अपने वोटर कार्ड चुनाव आयोग के कार्यालय पर जमा करवाकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी थी. 


वहीं इस पूरे मामले को लेकर नैनादेवी से विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि सलोहा पंचायत के तहत खाल टिब्बा गांव के लिए उन्होंने मार्केटिंग बोर्ड के जरिए संपर्क मार्ग बनवाया था, लेकिन बरसात के दौरान यह मार्ग खराब हो गया था और लोक निर्माण विभाग के जरिए इस संपर्क मार्ग को पक्का बनाया जाये. इसके लिए कई सालों से प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन वन विभाग को जमीन होने व एनओसी ना मिल पाने के चलते इस मार्ग को पक्का नहीं किया जा सका है. 


साथ ही उन्होंने कहा कि उनका पूरा प्रयास है कि इस मार्ग के निर्माण को लेकर वन विभाग जल्द ही एनओसी प्राप्त कर किसी योजना के तहत सड़क का निर्माण करवाया जा सके ताकि ग्रामीणों को आ रही परेशानी का समाधान हो सके.


रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर