Bilaspur News: 30 जून को गर्भवती महिला के साथ हुई घटना में सामने आई पूरे मामले की रिपोर्ट
Bilaspur Pregnant Women News: 30 जून को एक गर्भवती महिला को खून की कमी के चलते जिला अस्पताल बिलासपुर से पहले एम्स और फिर कमला नेहरू अस्पताल शिमला रेफर करने पर आज जांच अधिकारी एडीएम डॉक्टर निधि पटेल डीसी बिलासपुर को अपनी रिपोर्ट सौंपी.
Bilaspur News: 30 जून 2023 को एक गर्भवती महिला को खून की कमी के कारण एम्स अस्पताल बिलासपुर से कमला नेहरू अस्पताल शिमला शिफ्ट करने के दौरान रास्ते में ही 108 एम्बुलेंस में महिला का प्रसव होने के चलते बड़ी लापरवाही सामने आई थी.
ऐसे में इस मामले में जांच अधिकारी व अतिरिक्त उपायुक्त बिलासपुर डॉक्टर निधि पटेल ने अपनी रिपोर्ट उपायुक्त बिलासपुर को सौंप दी है. उपायुक्त कार्यालय परिसर के बचत भवन में एक प्रेसवार्ता के दौरान डॉक्टर निधि पटेल ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि इस पूरे प्रकरण में जूनियर रेजिडेंट की लापरवाही सामने आई है. जिसने सीनियर डॉक्टर को सही इत्तिला किए बगैर महिला को रेफर कर दिया था.
लेकि अब अन्य किसी राज्य से सम्बंधित जूनियर रेजिडेंट एम्स से लेफ्ट कर चुके हैं. वहीं डॉक्टर निधि ने भविष्य में इस तरह की लापरवाही दोबारा ना हो इसके लिए सख्त कदम उठाने की बात कही. उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल से अन्य अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं के रेफर होने वाले केस व ब्लड बैंक में ब्लड की कमी ना हो इसके लिए एसओपी जारी करने की बात कही है.
एक ओर जहां जिला अस्पताल से अन्य अस्पतालों में केस रेफर करने से पहले सम्बंधित अस्पताल से ब्लड रिपोर्ट लेना अनिवार्य होगा, तो साथ ही हर महीने जिला अस्पताल से रेफर होने वाले केस का ऑडिट भी किया जाएगा. ताकि रेफर के कारणों का पता लगाकर उसे दूर करने के प्रयास किया जा सके और भविष्य में खून की कमी के चलते किसी गर्भवती महिला व उसके परिजनों को कोई परेशानी ना हो सके. इसके साथ ही एम्स अस्पताल व जिला अस्पताल बिलासपुर में ब्लड कंपनेंट्स (प्लेटलेट्स व प्लाज्मा) मुहैया करवाने की भी जल्द व्यवस्था की जाएगी.
आपको बता दें, कि 30 जून को खून की कमी के चलते एक गर्भवती महिला को पहले जिला अस्पताल बिलासपुर से एम्स अस्पताल बिलासपुर रेफर किया गया था. जहां से खून की कमी के चलते एम्स अस्पताल बिलासपुर से कमला नेहरू अस्पताल शिमला रेफर किया गया था. जिसके बाद दाड़लाघाट के समीप ही 108 एम्बुलेंस में ही ईएमटी द्वारा गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव करवाया गया था. जिसके बाद महिला को कमला नेहरू अस्पताल शिमला में एडमिट कर खून भी चढ़ाया गया था.
वहीं इस प्रकरण के बाद महिला के पति ने एम्स अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं पर सवाल खड़े किए थे. जिसके बाद उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने मामले का संज्ञान लेते हुए अतिरिक्त उपायुक्त डॉक्टर निधि पटेल की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया था. जिसमें सीएमओ बिलासपुर, एसडीएम बिलासपुर व डिप्टी डायरेक्टर एम्स को कमेटी का सदस्य बनाया गया था, जिसकी रिपोर्ट अब एडीएम डॉक्टर निधि पटेल ने उपायुक्त बिलासपुर को सौंप दी है.