दो साल का जश्न- किसान, बेरोजगार, युवा और बहनों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम: राजीव बिंदल
Dharamshala News: जन आक्रोश रैली को लेकर हिमाचल प्रदेश भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल की अध्यक्षता में रणनीति बनाई गई है. धर्मशाला के ज़ोरावर स्टेडियम में 18 दिसंबर को भाजपा गरजेगी.
Dharamshala News: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा विगत दो साल से हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में कांग्रेस सत्ता में है और दो साल के पूरे होने का जश्न 11 तारीख को बिलासपुर की धरती पर सरकार द्वारा मनाया गया.
उन्होंने कहा कि हिमाचल की जनता को उम्मीद थी कि दो साल का जश्न है. उस जश्न में जो हिमाचल की जनता के मन में सवालात थे, उनका कोई उत्तर मिलेगा. उन्होंने कहा कि जनता के मन में सवाल थे, कि जिन गारंटीयो को लेकर कांग्रेस सरकार सत्ता में आई शायद वह दो साल के जश्न में पूरी होंगी ? लेकिन वहां तो खोदा पहाड़ और निकली चुइया, वो भी मारी हुई.
माननीय मुख्यमंत्री जी ने बयान में कहा कि हमने गारंटी नंबर एक पूरी कर दी. गारंटी नंबर दो हमने बहनों को 1500 रुपये दे दिया. गारंटी नंबर तीन हमने एंप्लॉयमेंट जनरेशन का सब प्रबंध कर दिया. गारंटी नंबर चार हमने दूध भी दिया, हमने गोबर भी खरीद लिया. ये सब सारी गारंटी वह कागजों में पूरी कर गए. आज हम जानना चाहते हैं कि सीएम साहब अपने कहा कि हमने हिमाचल प्रदेश की बहनों को 1500 दे दिया, 18 साल से ऊपर की सभी बहनों को 1500 मिलना था. प्रदेश में यह 28 लाख बहने इस संख्या बनती हैं पर ये तो 28000 को भी नहीं मिला और आप बोलते हो गारंटी पूरी कर दी ?
अपने कहा कि दूध हम 45 रुपये खरीद रहे हैं. गारंटी थी 100 रुपये में खरीदने की और बोल रहे हैं हम गारंटी पूरी कर दी ? एक भी व्यक्ति को पिछले 2 साल में सरकारी नौकरी नहीं मिली है और आप जश्न मना कर कह रहे हो कि हमने गारंटियां पूरी कर दी.
बिंदल ने आगे कहा कि यानी झूठ की परिकाष्ठा, झूठ का पहाड़ जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती. जश्न के समय मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री इनके सभी नेता उस मंच के ऊपर हैं और वह इतना बड़ा झूठ एक के बाद बोल रहे हैं. भाई हिमाचल की जनता को तो पता है जो बहने बैठी है उनके पास पैसे नहीं आए, जो बेरोजगार बैठा उसको सरकारी नौकरी नहीं मिली. उसको रोजगार नहीं मिला, जो किसान है उसका दूध 100 रुपए में नहीं बिका तो आपके बोलने से क्या वह हो जाएगा?
दो साल का जश्न किसान के जख्मों पर, बेरोजगार, युवा के जख्मों पर, वह बहन जो अपने हक का इंतजार कर रही है. दो साल हो गए उसके जख्मों पर नमक छिड़कने का काम यह बिलासपुर के अंदर जश्न मनाकर किया गया. उम्मीद थी कोई अच्छी चीज निकल कर के आएगी पर यह सरकार को कागजी और खोखली बनकर रहे गई.
रिपोर्ट- विपिन कुमार, धर्मशाला