Una News: हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में बीजेपी कार्यालय में BJP ऊना मंडल की आज अहम बैठक हुई. इस बैठक में बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और मौजूदा ऊना सदर से विधायक सतपाल सत्ती ने विशेष तौर पर शिरकत की.  इस दौरान ऊना मंडल भाजपा के तमाम पदाधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे.  


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इस मीटिंग में भाजपा द्वारा आने वाले कार्यक्रमों को लेकर रूपरेखा तैयार की गई है.  सतपाल सत्ती ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया की बीजेपी आने वाली 14 अगस्त को एक अहम कार्यक्रम करने जा रही है.  14 अगस्त 1947 को देश का बंटवारा हुआ था. कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण या देश का बंटवारा हुआ था. लाखों लोगों की मौत हुई थी हजारों लोग बेघर हुए थे. यह कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण हुआ है. इसलिए बीजेपी 14 अगस्त को विभीषिका दिवस के रूप में मनाएगी और लोगों को यह बताया जाएगा कि 14 अगस्त 1947 को कांग्रेस पार्टी द्वारा गलत नीति अपनाकर हजारों लोगों की मौत हुई थी और लोग अपने घरों से बेघर हो गए थे. 


इसके बारे में जानकारी लोगों को दी जाएगी. वहीं उन्होंने 16 अगस्त को अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिन पर भी कार्यक्रम आयोजित किए जाने की जानकारी दी है. इसके साथ मेरा देश मेरा माटी कार्यक्रम तहत हर गांव से मिट्टी लेकर दिल्ली के बार मेमोरियल में पहुंचने की बात कही है. वहीं 30 अगस्त को रक्षाबंधन के मौके पर महिला मोर्चा द्वारा भी रक्षाबंधन के ऊपर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाने की जानकारी सतपाल सत्ती  द्वारा दी गई है. 


इस मौके पर बीजेपी विधायक सतपाल सत्ती ने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा है. सतपाल सत्ती ने कहा है  कांग्रेस पार्टी के अंदर गुटबाजी बढ़ गई है. सरकार और संगठन में तालमेल नहीं है. सरकार परदेश में आई बाढ़ से ज्यादा समय संगठन और सरकार में पड़ी गुटबाजी से निपटने में लगा रही है.


कांग्रेस के नेता ही अपनी सरकार को लेकर आए दिन बयान दे रहे हैं. सुधीर शर्मा, विक्रमादित्य, प्रतिभा सिह द्वारा दिए गए विरोधाभासी बयान से साफ जाहिर होता है यह सरकार अब ज्यादा समय तक नहीं चलने वाली है. उन्होंने कहा की सुधीर शर्मा द्वारा मानसून सत्र की मांग करना क्योंकि कांगड़ा जिला का सरकार बनाने में अहम रोल है. 10 सीट वहां से कांग्रेस ने जीती है, लेकिन इसके बावजूद कांगड़ा जिला को सरकार में कोई बड़ा स्थान नहीं मिला है .


आज विकास के कार्य रुके पड़े हैं. मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो पा रहा है मंत्रिमंडल में मंत्रियों के 3 पद खाली पड़े हुए हैं. प्रदेश कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस हाईकमान इस पर कोई निर्णय नहीं ले पा रहा है कि किसको मंत्री बनाएं या किसको नहीं. जानता ने लुभावने वायदे में फंसकर इन्हे वोट दिया है, लेकिन अब जनता इन्हें कोस रही है.