शिमला: हिमाचल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंगलवार को चंबा जिला के भटियात विधानसभा क्षेत्र के चुवाड़ी में हिमाचल प्रदेश के गठन के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में प्रगतिशील हिमाचल स्थापना के 75 वर्ष समारोह में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इन 75 वर्षों के दौरान हिमाचल प्रदेश न केवल पहाड़ी राज्यों बल्कि कई विकसित राज्यों के लिए भी देश के एक आदर्श राज्य के रूप में उभरा है. 


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सीएम ने किया ट्वीट
भटियात विधानसभा क्षेत्र में विकास रथ तीव्रता से आगे बढ़ रहा है और इस रफ्तार को और गति दी जाएगी. इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए आज भटियात के चुवाड़ी में 162 करोड़ रुपये की लागत वाली 22 विकास योजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास किए. इसके लिए भटियात की जनता को बधाई. 



मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने गत 75 वर्षों के दौरान विकास के सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है.  उन्होंने कहा कि इसका श्रेय राज्य के मेहनती और समर्पित लोगों के अलावा प्रदेश में समय-समय पर प्रदान किए गए सक्षम नेतृत्व को जाता है.  उन्होंने कहा कि राज्य के गठन के समय यहां केवल चार जिले थे, परन्तु आज राज्य में 12 जिले हैं. उन्होंने कहा कि वर्ष 1948 में राज्य की साक्षरता दर सात प्रतिशत से थोड़ी अधिक थी, जबकि आज राज्य की साक्षरता दर 83 प्रतिशत से अधिक है. 


सीएम ने आगे कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्य के लिए सड़कें विकास की जीवन रेखा हैं और राज्य की सरकारों ने सड़कों के निर्माण पर विशेष बल प्रदान किया. उन्होंने कहा कि दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) की शुरुआत की थी और इस योजना के अन्तर्गत लगभग 50 प्रतिशत सड़कों का निर्माण किया गया है. आज भारत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सुरक्षित हाथों में है, जो एक वैश्विक नेता के रूप में उभरे हैं. पीएम मोदी के सक्षम नेतृत्व में भारत अपने पुराने गौरव और सम्मान को फिर से हासिल करने के लिए तैयार है. 


उन्होंने कहा कि पीएम के नेतृत्व में देश कोविड महामारी की कठिन परिस्थिति से सफलतापूर्वक उभरा है और इसका सारा श्रेय प्रधानमंत्री की प्रेरणा से भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा समय पर तैयार किए गए स्वदेशी टीके को जाता है. हिमाचल प्रदेश ने टीकाकरण अभियान में उत्कृष्ट कार्य किया है और टीकाकरण के पहली तथा दूसरी डोज का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है.  राज्य की इस उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री ने प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि राज्य विकास के मामले में एक चैम्पियन के रूप में उभरा है.  उन्होंने लोगों से बूस्टर डोज टीका लगवाने का भी आग्रह किया. 


सीएम ने आगे कहा कि पिछली राज्य सरकार ने गरीबों और पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए एक भी योजना शुरू नहीं की थी. वर्तमान राज्य सरकार ने समाज के कमजोर वर्ग के कल्याण और उत्थान के लिए सहारा योजना, शगुन योजना, हिमकेयर, मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना, मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना जैसी अनेक योजनाएं शुरू की हैं. चुनाव के दृष्टिगत  विपक्ष प्रदेश के लोगों को गुमराह कर रहा है. प्रधानमंत्री ने आगामी वर्ष में देश के युवाओं को 10 लाख रोजगार देने का आश्वासन दिया है.  उन्होंने कहा कि राज्य में विपक्ष एक नेतृत्वविहीन, मुद्दाविहीन और दिशाहीन है.  प्रदेश का निर्बाध विकास सुनिश्चित करने के लिए राज्य में डबल इंजन की सरकार महत्वपूर्ण है. 


इससे पहले, मुख्यमंत्री ने चुवाड़ी में आयोजित 73वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव की अध्यक्षता की.  इस अवसर पर उन्होंने चुवाड़ी हेलीपैड के समीप पुनिका ग्रैनटम का पौधा भी रोपा. स्वतंत्रता के 75 वर्ष और हिमाचल प्रदेश के गठन के 75 वर्ष के पावन अवसर पर इस वर्ष वन महोत्सव हरियाली महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य लोगों को हमारे जीवन में वनस्पतियों और जीवों के महत्व के बारे में जागरूक करना है.  उन्होंने कहा कि इस वर्ष राज्य के वन विभाग ने 15,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि में पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित रखा है. राज्य सरकार के सुनियोजित प्रयासों के फलस्वरूप पिछले चार वर्षों में राज्य के हरित आवरण में लगभग 342 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है. 


इस दौरान सीएम ने साल 2020-21 और 2021-22 के लिए राज्य स्तरीय वन पुरस्कार भी वितरित किए. साथ ही हिमाचल प्रदेश के 75 वर्षों के अस्तित्व पर एक थीम गीत का गायन भी किया गया. इस अवसर पर सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग द्वारा निर्मित हिमाचल प्रदेश के 75 वर्षों के गौरवशाली इतिहास पर आधारित एक वृत्तचित्र का भी प्रदर्शन किया गया. 


इसके बाद मुख्यमंत्री ने चंबा जिला के भटियात विधानसभा क्षेत्र के चुवाड़ी में लगभग 162 करोड़ रुपये की 22 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. मुख्यमंत्री ने 3.33 करोड़ रुपये की लागत से बनी मंघियार-फगोट सड़क, 4.99 करोड़ रुपये से निर्मित द्रमणनाला-राजायी सड़क और 5.16 करोड़ रुपये की लागत से बनी पटका-हाथीघर सड़क का लोकार्पण किया। उन्होंने 1.31 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन ककीरा, 6.57 करोड़ रुपये लागत के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान गरनोटा, 6.54 करोड़ रुपये की लागत से मोटला-सुखियार सड़क, 30.46 करोड़ रुपये की लागत से स्तरोन्नत पटका-डलहौजी सड़क, 3.09 करोड़ रुपये लागत से घटासनी पुल-भोलग सड़क, 1.32 करोड़ रुपये की लागत से डुडियारा-कैहलू सड़क, 1.24 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित लुनेड पुल, 4.25 करोड़ रुपये लागत की चक्की खड्ड-रायपुर कूहल सिंचाई योजना की रि-मॉडलिंग, 2.12 करोड़ रुपये लागत की बहाव सिंचाई योजना सियूनी की रि-मॉडलिंग और भटियात तहसील के विभिन्न गांवों के लिए 1.74 करोड़ रुपये की लागत से बाराहल खड्ड उठाऊ सिंचाई योजना का उदघाटन भी किया। उन्होंने चुवाड़ी में लोक निर्माण विभाग के नए मंडल का शुभारंभ भी किया. 


मुख्यमंत्री ने करोड़ों रुपये के विकास कार्यों के शिलान्यास भी किए. इनमें ग्राम पंचायत तारागढ़ की पेयजल योजना डंगोरी पर 8.81 करोड़ रुपये, उठाऊ पेयजल योजना ककीरा कस्बा, गाहर, परछोर पर 37.52 करोड़ रुपये, उठाऊ पेयजल योजना सिंहुता 18.99 करोड़ रुपये, उठाऊ पेयजल योजना सामा, सलोह, चुलारी 2.20 करोड़ रुपये, पेयजल योजना हटली, गोला और बलाणा 4.51 करोड़ रुपये, उठाऊ सिंचाई योजना मैल 2.25 करोड़ रुपये और उठाऊ पेयजल योजना साहला मुंडी पर 1.57 करोड़ रुपये खर्च होंगे. 


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