विपिन कुमार/धर्मशाला: कर्मचारी एवं पेंशनर्स कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष घनश्याम शर्मा ने धर्मशाला में शुक्रवार को प्रेस वार्ता को संबोधित किया. इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से देश-प्रदेश को अगर किसी ने उभारा, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने. आगे उन्होंने कहा कि कोविड की वजह से देश-विदेश की आर्थिक व्यवस्था डमाडोल हुई है. हर तरफ करोड़ों का नुकसान हुआ है. जिसका असर कर्मचारियों, पेंशनर्स, और मजदूर वर्ग पर भी काफी ज्यादा पड़ा है. 


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उन्होंने कहा कि अगर हिमाचल की बात करें, तो यहां भी लोगों को कोरोना के कारण काफी ज्यादा परेशानियां हुई हैं. कर्मचारियों, पेंशनर्स और गरीब वर्ग के लोगों को कोरोना ने बहुत दर्द दिया है. हालांकि, प्रदेश की सरकार ने इन्हें फिर भी लाभान्वित किया है. 


भाजपा सरकार ने कर्मचारियों, पेंनशर्स और मजूदरों को उनका वेतन और पेंशन को रुकने नही दिया है.  देशभर में ऐसा काम करने वाला हिमाचल प्रदेश इकलौता प्रदेश है.  घनश्याम शर्मा ने कहा कि प्रदेश में ओपीएस को लेकर बेहद ज्यादा हो हल्ला हो रहा है.  ओपीएस को लेकर कर्मचारियों को वार्ता का न्यौता दिया है.  इस दौरान उनकी समस्याओं को दूर किया जाएगा. 


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उन्होंने कहा कि इन सभी लोगों के साथ सोमवार को राजधानी शिमला के सचिवालय में 2 बजे कमेटी हॉल में बैठक होगी.  उनके साथ वार्ता करके उनकी समस्या का कोई न कोई निदान निकालेंगे.  आगे उन्होंने कहा कि प्रदेश के पेंशनर्स भी संघर्ष पर हैं. इनको भी मंगलवार को वार्ता के लिये बुलाया है. इस वार्ता में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की भी कोशिश है इनकीं मांगों का शीघ्रता से निपटारा हो. 


घनश्याम शर्मा ने कहा मेरी नियुक्ति में देरी हो सकती है लेकिन सरकार ने कर्मचारियों के सहयोग में कभी कोई कसर नहीं छोड़ी. 11 हजार करोड़ का बहुत बड़ा अमाउंट प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों और पेंशनर्स को दिया है.  उन्होंने कहा कि सरकार और कर्मचारियों के बीच जो संवादहीनता है उसे पूरी तरहं से खत्म किया जाएगा. 


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