Una News: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को गगरेट विधानसभा क्षेत्र के भंजाल में 5 मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजना का शिलान्यास किया. इसके अलावा उन्होंने मत्स्य पालन विभाग के अत्याधुनिक प्रशिक्षण केंद्र दियोली की आधार शिला भी रखी. 


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इस दौरान कांग्रेस के विधायक राकेश कालिया और कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा सहित प्रशासनिक अमला भी साथ में मौजूद रहा. आपको बता दें, कुछ दिन  पहले मुख्यमंत्री ने कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के अघलौर में 10 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना का शिलान्यास भी किया है.



इसके अलावा उन्होंने हाल ही में पेखूबेला में हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की 32 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना का लोकार्पण किया है. सीएम ने कहा की पेखूबेला के बाद अब भंजाल और अघलौर सौर ऊर्जा परियोजनाओं के पूर्ण होने पर जहां ऊना जिला बिजली उत्पादन के क्षेत्र में और आगे बढ़ेगा वहीं हरित राज्य बनाने की दिशा में भी यह दोनों परियोजनाएं मील का पत्थर साबित होंगी. 


मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि आज हमने बंगाल में 12 मेगावाट परियोजना का शिलान्यास किया है और इसके साथ हमने मत्स्य पालन ट्रेनिंग की आधार शिला भी रखी है.  सीएम ने कहा सौर ऊर्जा के क्षेत्र में हिमाचल सरकार ने आगे बढ़ाने के लिए कदम उठाया है. अगले 4 महीने में ऊना हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा जिला होगा. जहां 47 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन शुरू हो जाएगा.


उन्होंने कहा कि 31 मार्च 2026 तक हिमाचल प्रदेश को हरित राज्य के रूप में विकसित करना है. हिमाचल सरकार एचपीटीडीसी कायाकल्प करने के लिए आगे बढ़ रही है. इलेक्ट्रिक बसें खरीदने के लिए हमने 300 करोड़ रुपये दिया है. उन्होंने कहा कि कुछ कड़े फैसलों से ही भविष्य सुरक्षित होता है. हिमाचल प्रदेश के हित में आने वाले समय में और फैसला करने जा रहे हैं ताकि हिमाचल प्रदेश आगे बढ़ सके. इसके बाद मुख्यमंत्री ने देयोली में मत्स्य पालन के ट्रेनिंग सेंटर का भी जायजा लिया. 


रिपोर्ट- राकेश मालही, ऊना