विपन कुमार/धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में सरकारी योजना और इंश्योरेंस के नाम पर 20 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. इस संबंध में साइबर थाना धर्मशाला में एफआईआर दर्ज की गई है. प्रदेश में बढ़ते साइबर क्राइम के मामलों से निपटने के लिए सरकार की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में साइबर थाना खोले गए हैं. इसी कड़ी में धर्मशाला नार्थन रेंज में साइबर थाना खोला गया है, जिसके तहत कांगड़ा, नूरपुर, चंबा और ऊना जिला आते हैं. 


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इनमें अभी तक साइबर क्राइम के तहत 2 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं. एक एफआईआर सरकारी योजना के तहत 9 लाख रुपये की ठगी की है और दूसरी एफआईआर इंश्योरेंस के नाम पर 11 लाख रुपये की ठगी की है. यही नहीं साइबर थाना में हर दिन साइबर क्राइम संबंधी आधा दर्जन से अधिक शिकायतें पहुंच रही हैं. 


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क्या कहते हैं साइबर विशेषज्ञ?
साइबर विशेषज्ञों की मानें तो टेक्नोलॉजी जितनी सरल होती जा रही है शातिर उसका उतना ही गलत फायदा उठा रहे हैं. ये शातिर पहले लोगों को अपने विश्वास में लेते हैं और फिर उन्हें ठगी का शिकार बना लेते हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आपके पास किसी अंजान शख्स का कॉल आता है और वह आपसे ओटीपी मांगता है तो आप उसे 6 डिजिट वाला कोई भी नंबर शेयर न करें. 


क्या है 'चिंटू-मिंटू की साइबर गपशप' 
साइबर थाना नॉर्थन रेंज धर्मशाला की ओर से 'साइबर ज्ञान' नाम से एक अभियान शुरू किया गया है, जिसके तहत सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को साइबर क्राइम से बचने के बारे में जागरूक किया जा रहा है, वहीं पहाड़ी भाषा में 'चिंटू-मिंटू की साइबर गपशप' नाम से कार्यक्रम शुरू किया गया है. इसके अलावा स्कूलों और कालेजों में भी जागरूकता अभियान चलाने की थाना अधिकारियों की योजना है.


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