Himachal News/विपन कुमार: मिनी मणिमहेश के नाम से विख्यात धर्मशाला के नडडी स्थित डल झील में इस बार पवित्र स्नान 11 सितंबर को होगा. पवित्र स्नान का शुभ मुहुर्त सुबह 4 बजे का है. झील किनारे स्थित प्राचीन दुर्वेश्वर मंदिर से भगवान शंकर के कलश को ले जाकर, उसे झील में डूबोकर झील की शुद्धि की जाएगी. इसके उपरांत मंदिर के पुजारी स्नान करेंगे. उसके बाद दुर्वेश्वर महादेव मंदिर में कलश को स्थापित किया जाएगा. फिर पूजा अर्चना और आरती होने के बाद श्रद्धालुओं का झील में स्नान क्रम शुरू हो जाएगा. 


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इस बार जिला चंबा के मणिमहेश में लाखों की संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे हैं, उसके चलते मिनी मणिमहेश यानी मैक्लोडगंज की डल लेक में भी हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ स्नान के लिए उमडऩे की संभावना है. गौरतलब है कि जो लोग जिला चंबा में मणिमहेश में स्नान के लिए नहीं जा पाते, वो श्रद्धालु धर्मशाला के नडडी स्थित डल झील में स्नान करके मणिमहेश के समान स्नान का पुण्य फल प्राप्त कर लेते हैं. 


पवित्र डल स्नान के लिए जिला सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों के लोग स्नान के लिए पहुंचते हैं. इस बार राधाष्टमी स्नान के दौरान जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसको लेकर मंदिर ट्रस्ट की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.


मंदिर के पुजारी सुभाष शर्मा ने बताया कि 10 सितंबर को पूरा दिन भजन कीर्तन होगा. 11 सितंबर को सुबह ब्रह्म मुहुर्त में डल झील की कलश लेकर पुजारी द्वारा शुद्धि की जाएगी. इसके उपरांत डल झील में स्नान शुरू होता है. 


मंदिर ट्रस्टी संजीव जसवाल का कहना है कि राधाष्टमी पर डल झील में स्नान के दिन लगने वाले मेले में काफी संख्या में लोग उमड़ते हैं. उन्होंने बताया कि उप मुख्य सचेतक एवं शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया ने डल झील में स्नान के दिन जिला स्तरीय कार्यक्रम का बीड़ा उठाया है, निश्चित तौर पर इस बार भव्य कार्यक्रम होगा.