Dharamshala News: अलग-अलग तरह की पेंटिंग बनाने में माहिर हैं धर्मशाला के मुकेश थापा, जानें पूरी कहानी
Dharamshala Mukesh Thapa News: हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के मुकेश थापा अलग-अलग तरह की पेंटिंग बनाने में अपना अलग मुकाम बना चुके. जानिए मुकेश की पूरी कहानी.
Dharamshala News: बचपन से ही प्रतिभा के धनी मुकेश थापा ने चौथी कक्षा से पेंटिंग करना शुरू कर दिया था. उनकी पेंटिंग सबसे अलग होने के चलते परिवार के साथ टीचर्स और सहपाठियों का भी उन्हें प्रोत्साहन मिलने लगा. ऐसे में मुकेश ने इसी फील्ड में करियर बनाने का मन बना लिया.
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बता दें, मुकेश ने पेंटिंग की कोई ट्रेनिंग नहीं ली है. वो हर दिन लगातार प्रेक्टिस के दम पर मुकेश ने वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार के रूप में नाम कमाया है. शौकिया तौर पर शुरू की गई पेंटिंग को मुकेश ने प्रोफेशन में बदल लिया है.
मुकेश जैसे कला की परख रखने वाले बहुत कम लोग होते हैं, लेकिन जो समझते हैं. वो कलाकार में हजारों खूबियां देखता है. बता दें, ऑयल पेंटिंग में महारत हासिल कर चुके मुकेश अलग-अलग तरह की पेंटिंग बनाने में अपना अलग मुकाम बना चुके हैं. ऑयल पेंटिंग में मुकेश रियलस्टिक कार्य करते हैं. उन्होंने कहा कि कला का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी स्कोप है. राष्ट्रीय स्तर पर कला के कद्रदान ही इसे पहचानते हैं. इतना ही नहीं उन्होंने कई सारे रिकॉर्ड भी अपने नाम किए हैं.
करीब 33 वर्ष से पेंटिंग कर रहे मुकेश ने बताया कि उन्होंने यूनिक करने की सोचते हुए एक बाल से पेंटिंग बनाने की ठानी और बनाई भी, जो पूरी दुनिया में फेमस हो गई. उन्होंने कहा कि वो बाल से पेंटिंग ऑर्डर पर ही बनाता है. ऐसे में रूटीन में वो नॉर्मल पेंटिंग ही बनाते हैं.
राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर के अवार्ड जीत चुके मुकेश थापा का कहना है कि उन्होंने बिना किसी के सहयोग से अपना नाम कमाया है. विदेशों में भी मुकेश की कृतियों की प्रदर्शनी लग चुकी है. साथ ही बताया कि बड़ा बनने की सोच रखकर आज के दौर में लोग शॉर्टकट अपनाते है. लेकिन मेरा यह मानना है कि ऐसा नहीं करना चाहिए. बल्कि हर किसी को धैर्य रखकर लगातार प्रयास करते रहना चाहिए और लक्ष्य पर नजर रखनी चाहिए. ऐसे में आपको सफलता जरूर मिलेगी.
मेरी पेंटिंग्स देश और सरकार की अमानत हैं. जिन्हें देखने के लिए लोग देश-विदेश से आते हैं. मेरा मानना है कि मेरी पेंटिंग्स अगर सरकार की प्रॉपर्टी है, तो उनकी साज-संभाल भी की जानी चाहिए.