Dharamshala News: स्पोटर्स सिटी धर्मशाला के समीप नरवाणा स्थित पैराग्लाइडिंग साइट में धौलाधार पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी वर्ल्ड कप के आयोजन में सात दिन का समय शेष बचा है. 16 से 20 नवंबर तक आयोजित होने वाले इवेंट के लिए अब तक 70 पायलट्स ने रजिसट्रेशन करवा ली है. 


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यही नहीं आयोजकों द्वारा नरवाणा रोड के समीप ही नई लैंडिंग साइट भी विकसित की जा रही है. ऐसे में अगले वर्ष नरवाणा पैराग्लाइडिंग साइट में एक्यूरेसी वर्ल्ड कप से भी बड़ा आयोजन होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं. गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी नरवाणा पैराग्लाइडिंग साइट पर एक्यूरेसी प्री-वर्ल्ड कप का आयोजन किया गया था, जिसमें देश-विदेश के पायलटों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की थी. 


नरवाणा पैराग्लाइडिंग साइट की वर्तमान लैंडिंग साइट लोगों के खेतों में है. यही नहीं लैंडिंग साइट के साथ लोगों के घर भी हैं, ऐसे में साल भर मौसम साफ होने पर पैराग्लाइडिंग गतिविधियों का संचालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अब नई लैंडिंग साइट पर भी काम शुरू हो चुका है. धौलाधार पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी वर्ल्ड कप को लेकर धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष से नरवाणा पैराग्लाइडिंग साइट को भी अब लोग जानने लगे हैं. 


यूक्रेन और रशिया के पायलटों के एक्यूरेसी वर्ल्ड कप में भाग लेने के संबंध में सुधीर ने कहा कि दोनों देशों के बीच जो हालात हैं. वो दो देशों का आपसी मसला है. इंटरनेशनल आर्गेनाइजेशन इस पर फैसला लेती है कि किन पायलट्स को अनुमति देनी चाहिए या नहीं.


सुधीर शर्मा ने कहा कि डिप्लोमेटिक रिलेशन के चलते जो भी फैसला इंटरनेशनल आर्गेनाइजेशन की ओर से लिया जाएगा, वो हमें स्वीकार्य होगा. हमें किसी भी देश के पायलट के यहां पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी प्री-वर्ल्ड कप में आने से आपत्ति नहीं है. 


सुधीर शर्मा ने आगे कहा कि अगले वर्ष नरवाणा में पैराग्लाइडिंग का बड़ा आयोजन होगा. एक नई लैंडिंग साइट भी तैयार की गई है, जिस पर काम किया जा रहा है, जो कि काफी बड़ी लैंडिंग साइट है. वर्तमान लैंडिंग साइट घरों के बीच और खेतों में है. हमारा प्रयास है कि नई लैंडिंग साइट की जाएं, जिससे कि साल भर पैराग्लाइडिंग जैसी साहसिक गतिविधियां चलती रहें.


अभी की लैंडिंग साइट जैसा कि खेतों में है. ऐसे में दिक्कतें पेश आती हैं. सुरक्षा की दृष्टि से सड़क भी तंग है. ऐसे में इन सभी बिंदुओं पर विचार करके हम आगे बढ़ रहे हैं.


रिपोर्ट- विपिन कुमार, धर्मशाला