Shimla News: शिमला जिला की आपदा प्रबंधन योजना के पुनः परीक्षण के लिए आज शिमला के जाखू रोपवे में मॉकड्रिल का आयोजन किया गया. NDRF के सहयोग से आयोजित इस ड्रिल का उद्देश्य आपदा के समय विभिन्न प्रतिभागियों की भूमिका और इमरजेंसी सपोर्ट कार्यो में उनकी सहभागिता व जिम्मेदारी को पुनः परीक्षण करना था. ताकि किसी भी प्रकार की आपदा के समय बचाव व राहत के लिए सभी विभाग व सहभागी अपनी जिम्मेदारियों के लिए तैयार रहे व इसके निर्वहन में कोई चूक ना हो.


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बता दें, जिला प्रशासन व NDRF के सहयोग से यह ड्रिल आयोजित की गई. मॉकड्रिल की जानकारी देते हुए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ज्योति राणा ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा जाखू रोपवे में जिस प्रकार से आज मॉकड्रिल का आयोजन किया गया है. इससे प्रशासन को आने वाले किसी भी आपदा स्थिति से निपटने के लिए हर प्रकार से तैयार रहने में मदद मिलती है ताकि कभी रोपवे के दौरान आई किसी विपरीत परिस्थिति के दौरान कम से कम समय में लोगों को रेस्क्यू करने के लिए तैयारी की जा सके. 


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जाखू रोपवे के मैनेजर मदन शर्मा ने बताया कि रोपवे में सुरक्षा को लेकर एक अलग टीम हमेशा सतर्क रहती है और उनकी लगातार मॉक ड्रिल भी चलती है, लेकिन इस बार जिला प्रशासन की ओर से एनडीआरएफ की सहयोग से जिस प्रकार से मॉक ड्रिल हुई है. उससे आने वाले समय में रोपवे में लोगों की सुरक्षा और अधिक बेहतर तरीके से सुनिश्चित होगी.


उन्होंने बताया कि आधुनिक तकनीक और बेहतर प्रशिक्षण के साथ अब रोपवे को और अधिक सुरक्षित बनाया गया है, जिससे किसी भी विपरीत या आपदा की स्थिति में तुरंत कार्यवाही कर पैसेंजर की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.


रिपोर्ट- समीक्षा कुमारी, शिमला