विपन कुमार/धर्मशाला: शिक्षा व शहरी विकास विभाग के सीपीएस आशीष बुटेल ने रविवार को धर्मशाला के निजी होटल में समग्र शिक्षा के तहत एंटरप्रेन्योरियल माइंडसेट क्लासेस कार्यक्रम का शुभारंभ किया. समग्र शिक्षा के तहत स्कूल एंटरप्रेन्योरियल माइंडसेट क्लासेस एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में आरंभ किया जा रहा है, जिसे कक्षा नौंवी से 12वीं तक के 56 हजार 529 छात्रों के लिए तैयार किया गया है, जिसका उद्देश्य हिमाचल प्रदेश के युवाओं को विभिन्न आजीविका विकल्पों में सफलता के लिए आवश्यक कौशल और मानसिकता के बारे में अवगत करवाया जाएगा ताकि बच्चे अपना बेहतर करियर बना सकें. 


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इस पायलट प्रोजेक्ट का देश की राजधानी दिल्ली के बाद हिमाचल प्रदेश से एकमात्र चयनित जिला कांगड़ा से आगाज किया गया. नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत इस प्रोजेक्ट को चलाया जा रहा है. इसके तहत छात्रों को अब इन्टरपनियोर बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिससे अब युवा मात्र नौकरी प्राप्त करने की बजाय लोगों को नौकरी देने वाले बन पाएंगे. ईएमएस के लिए पांच करोड़ का बजट 35 हजार से अधिक बच्चों के लिए खर्च किए जाएंगे.


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सीपीएस आशीष बुटेल ने कहा कि पूरे देश में पहला प्रोजेक्ट कांगड़ा से शुरू हो रहा है, जो महत्वपूर्ण विषय है. इस पायलट प्रोजेक्ट को सफल बनाकर पूरे राज्य व राष्ट्र के लिए उदाहरण प्रस्तुत करेंगे. एजुकेशन पॉलिसी का एक उद्देश्य होता है, उसके तहत ही बनाया जाता है, जिससे बड़ी मदद शिक्षा के सुधार में होती है. 2020 की पॉलिसी में बेरोजगारी को दूर करने का लक्ष्य दिखता है.


उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी की सीमा हो सकती है, लेकिन इन्टरपनियोरशिप से बहुत से रोजगार-स्वरोजगार के रास्ते खुलेंगे. शिक्षा विभाग व अन्य स्टेक होल्डर मिलकर बेहतरीन प्रयास करेगा, तो इस फील्ड में अच्छा कार्य करके दिखाएंगे. सीपीएस ने कहा कि इस फील्ड में आगे निकलने के लिए आऊट ऑफ बॉक्स थिंकिंग की जरूरत है, जिसे इस प्रोजेक्ट से सुचारू रूप से उतारा जा सकेगा. 200 राज्य के शिक्षकों को सिंगापुर में ट्रेंनिग के लिए भेजा जाएगा, वहीं 6500 के करीब भर्तियां शिक्षा विभाग ने 31 मार्च तक करने का लक्ष्य रखा गया है. 


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