Dharamshala News: मिनी मणिमहेश के नाम से विख्यात धर्मशाला के नड्डी स्थित डल झील के रिसाव को रोकने के लिए लेक मैन की एक्सपर्ट एडवाइजरी पर चिंतन किया जा रहा है. यही नहीं रिसाव को किस तरह रोका जा सकता है. 


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इस संबंध में लेक मैन ने एक प्रपोजल प्रशासन को दी थी, जिसे जल शक्ति विभाग स्टडी कर रहा है. विभाग की स्टडी उपरांत प्रपोजल से जो भी निष्कर्ष निकल कर सामने आएंगे. उसी अनुरूप रिसाव को रोकने के लिए कदम उठाए जाने हैं. 


ऐसे में जिला प्रशासन भी जल शक्ति विभाग की ओर से लेक मैन की प्रपोजल के आधार पर क्या सुझाव देता है, उसी का इंतजार कर रहा है. गौरतलब है कि लंबे समय से डल झील में रिसाव हो रहा है. लगातार रिसाव के चलते डल झील सूख चुकी है. ऐसे में कभी पर्यटकों को आकर्षित करने वाली झील को देखकर पर्यटक मायूस होकर लौट रहे हैं।


हर वर्ष डल झील में पानी सूखने की समस्या के स्थायी समाधान के लिए प्रदेश सरकार के प्रयासों से लेक मैन ऑफ इंडिया आनंद मल्लिगावाद धर्मशाला पहुंचे थे. पिछले माह लेक मैन ने विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ डल झील का दो दिनों तक निरीक्षण किया था. 


इस दौरान उन्होंने किस तरह से रिसाव को रोककर प्राकृतिक तरीके से झील का संरक्षण किया जा सकता है, इसको लेकर प्रपोजल तैयार करके जिला प्रशासन को सौंपी थी. जिसे जिला प्रशासन ने जल शक्ति विभाग को स्टडी हेतू दिया है. अब देखना होगा कि विभाग की स्टडी में प्रपोजल के आधार पर क्या कुछ निकल कर सामने आता है, जिससे कि पौराणिक महत्व वाली डल झील का रिसाव रुक सके.


लेक मैन ने धर्मशाला का दौरा कर अपनी एक्सपर्ट एडवाइजरी दी है. उनकी ओर से एक प्रपोजल भी सबमिट की गई थी, जिसे जल शक्ति विभाग को सौंपा है. डल लेक के रिसाव को रोकने के लिए जो भी कार्य होगा, उसे संबंधित विभाग यानी जल शक्ति विभाग द्वारा किया जाना है. लेक मैन की ओर से दी गई प्रपोजल को जल शक्ति विभाग द्वारा स्टडी किया जा रहा है. रिसाव को रोकने की दिशा में किस तरह से आगे बढ़ा जाए, इस पर विभागीय चिंतन जारी है. विभाग की ओर से जो भी तरीके बताए जाएंगे, उस पर चर्चा की जाएगी. 


रिपोर्ट- विपिन कुमार, धर्मशाला